मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज करेंगे राज्य की सबसे अत्याधुनिक गौशाला का भूमिपूजन

मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव आज करेंगे राज्य की सबसे अत्याधुनिक गौशाला का भूमिपूजन

भोपाल। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव आज राजधानी भोपाल से लगभग 20 किलोमीटर की दूरी पर बरखेड़ी डोब में बनने जा रही राज्य की सबसे अत्याधुनिक गौशाला का भूमिपूजन करेंगे। आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस गौशाला में लगभग 10 हजार गौवंश एक साथ रखे जा सकेंगे। गौशाला में ही चिकित्सा वार्ड भी बनेगा, जहां गौवंशों का इलाज भी किया जा सकेगा। गौशाला लगभग 25 एकड़ में बनेगी। इसमें सुरक्षा के लिहाज से सीसीटीवी कैमरों सहित कई आवश्यक संसाधन लगाए जाएंगे।

गौशाला को बनाने में करीब 10 करोड़ रुपए की लागत आएगी। यहां हरा चारा, भूसा और पशु आहार की आपूर्ति के लिए अत्याधुनिक कन्वेयर बेल्ट सिस्टम भी स्थापित किया जाएगा। पहले चरण में दो हजार गायों की क्षमता वाले क्षेत्र का निर्माण करने की योजना बनाई गई है। गौशाला में गायों के गोबर और मूत्र से जैविक खाद और अन्य सामग्री तैयार करने के लिए एक इकाई भी लगाई जाएगी। इस इकाई में जैविक खाद बनाकर इस्तेमाल होगा और बेचा भी जाएगा।

वहीं घायल और बीमार गायों के उपचार के लिए आधुनिक चिकित्सा वार्ड का निर्माण भी किया जाएगा। सरकार ने राजधानी भोपाल के साथ-साथ प्रदेश के कुछ और शहरों में इसी तरह की गौशाला बनाने की योजना बनाई है। इसके अलावा गौ संरक्षण के लिए प्रदेश भर में नौ गौ अभयारण्य बनाने की भी तैयारी है। इनमें आवारा मवेशियों के साथ-साथ ऐसी गायों को भी रखा जा सकता है, जो दूध नहीं देती हैं।

ये भी पढ़ें- Bihar By-election Results 2024: बिहार की चार विधानसभा सीटों पर मतगणना शुरू

ताजा समाचार

Kanpur में बदमाश मुठभेड़ में गिरफ्तार: कोर्ट में पेशी के दौरान चकमा देकर भागा था, पुलिस को कुछ ही घंटों में मिली सफलता
Varanasi News : होटल के बाथरूम में फिसल कर गिरे कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, टूट गया पैर
ट्रंप की ताजपोशी : अमेरिका में एक बार फिर 'ट्रंप युग' की शुरुआत, मेक्सिको की सीमा पर इमरजेंसी लागू
कानपुर में कक्षा आठ की छात्रा को किया अगवा: खिलौने और चॉकलेट देने के बाद नशीला पदार्थ सुंघाया, इस तरह बची छात्रा की जान
Prayagraj News : ग्रीष्मावकाश के दौरान सिविल प्रकृति के मामलों की प्रमाणित प्रतियां जारी करने के संबंध में निर्देश
प्रयागराज : साक्ष्य प्रस्तुत करने में विफलता के आधार पर सुनवाई का एक और अवसर देना उचित नहीं