सिर्फ शक्ल दिखाने आते थे, अफसरों की फटकार का भी नहीं हुआ असर: कानपुर पुलिस कमिश्नरेट के चार पुलिसकर्मियों को जबरिया सेवानिवृत्त का मामला

कानपुर, अमृत विचार। महीने में एक या दो बार आना उनकी आदत बन गई थी। कमिश्नरेट के अफसरों की फटकार का भी असर नहीं पड़ा। अनुशासनहीनता, भ्रष्टाचार और लापरवाही नहीं छोड़ी। ड्यूटी कभी नियमित की ही नहीं और अफसरों के आदेशों का उल्लंघन किया। रवैया नहीं सुधारा। इस पर जांच रिपोर्ट के बाद तीन उपनिरीक्षक और एक मुख्य आरक्षी को जबरिया सेवानिवृत्त कर दिया गया।
संयुक्त पुलिस आयुक्त डॉ. विपिन मिश्र के अनुसार चारों पुलिसकर्मियों उपनिरीक्षक अनिल कुमार श्रीवास्तव, संजय सक्सेना, अरविंद बहादुर सिंह और मुख्य आरक्षी शिव मंगल सिंह का पिछले दस वर्षों का चार्ट बनाया गया।
इसमें उनके दंड, अपील आदि का विवरण रहा। यह पुलिसकर्मी 12 से 39 बार दंड पा चुके हैं। हर बार अपील खारिज हुई। अनिल कुमार को पूर्व में 39 दंड, संजय सक्सेना को 28, अरविंद बहादुर को 25 और शिव मंगल सिंह को 18 से अधिक विभागीय दंड मिल चुका था।