वन ट्रिलियन डॉलर अर्थव्यवस्था की तरफ मजबूत कदम: जानिए कानपुर में बजट को लेकर उद्यमियों की क्या है प्रतिक्रिया...
कानपुर, अमृत विचार। CM योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को वन ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने का जो सपना देखा है, यह बजट उस रास्ते पर मजबूत कदम है। शिक्षा, चिकित्सा, रोजगार, इंफ्रास्ट्रक्चर, महिला कल्याण जैसे प्रमुख के लिए पर्याप्त धनराशि का प्रावधान किया गया है।
तेजी से बढ़ती साइबर ठगी और आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस का दुरुपयोग रोकने को लेकर मुख्यमंत्री ने अपना विजन क्लियर कर दिया है। आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस सिटी और साइबर सिक्योरिटी में रिसर्च के लिए रिसर्च पार्क की स्थापना का निर्णय सराहनीय कदम है। आज की सबसे बड़ी चुनौती आर्टीफिशियल इंटेलिजेंस तकनीक का दुरुपयोग रोकना है। एआई के लिए सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना भी मील का पत्थर साबित होगी।
एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार द्वारा एक लाख नए सूक्ष्म उद्यमों की स्थापना का लक्ष्य रखा गया है। इसकी पूर्ति का रोडमैप बजट में बखूबी बताया गया है। इससे न सिर्फ रोजगार के अवसर खुलेंगे बल्कि औद्योगिक विकास को गति मिलेगी। आज उद्योग जगत कुशल कार्मिकों की कमी से जूझ रहा है।
पॉलीटेक्निक जैसे संस्थानों में पढ़ाई कर रहे युवाओं को स्मार्ट क्लास व डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा मिलेगी तो उनकी शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार आएगा, इससे दक्ष कार्मिकों की मांग पूरी होगी। गंगा एक्सप्रेस-वे का सोनभद्र तक विस्तार, हरदोई से फर्रुखाबाद तक ग्रीन फील्ड एक्सप्रेस-वे और बुन्देलखंड-रीवा एक्सप्रेस-वे निर्माण का फैसला सूबे को उत्तम प्रदेश बनाएगा।
हरदोई में बन रहे टेक्सटाइल पार्क की स्थापना से प्रदेश वस्त्र निर्यात के क्षेत्र में आगे बढ़ेगा, आयात में कमी आएगी। नौकरी के लिए महानगरों की ओर पलायित हो रहे युवाओं को आसानी से रोजगार मिलेगा। सड़कों के चौड़ीकरण, पुलों और एक्सप्रेस वे के निर्माण से औद्योगिक विकास में तेजी आएगी। बड़ा औद्योगिक निवेश आने से बेरोजगारी की समस्या का समाधान होगा।
लाजिस्टक पार्कों की स्थापना से उद्यमियों के लिए वेयर हाउस की कमी दूर होगी। वेयरहाउस की कमी बड़ी समस्या है। रोड सेफ्टी के लिए बजट में 250 करोड़ की व्यवस्था से बढ़ते सड़क हादसों पर लगाम लगेगी। विद्युत आपूर्ति 24 घंटे सुनिश्चित करने और प्रदूषण रहित विद्युत उत्पादन के लिए जालौन और झांसी में सोलर पार्कों की स्थापना का निर्णय बहुत ही अच्छा है।
उद्यमियों की सबसे बड़ी जरूरत निर्बाध बिजली, अच्छी सड़क, सुरक्षा और कुशल कार्मिकों की उपलब्धता है, जिसका इस बजट में इन सभी बातों का ध्यान रखा गया है। किसानों की बड़ी समस्या बेसहारा पशु हैं। गो संरक्षण केंद्रों की स्थापना को बढ़ावा देने से इनके छुट्टा घूमने पर रोक लगेगी। फसलों का नुकसान रुकने से किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य आसान होगा।- सुरेंद्र गुप्ता, फाउंडर चेयरमैन, गोल्डी मसाले समूह
(बजट प्रतिक्रिया)
फुटवियर पार्क की मांग सरकार के समक्ष पूर्व में उठाई थी। शहर को बजट में लेदर पार्क मिला है। इससे चमड़े के उत्पादों पर बेहतर काम हो सकेगा। शहर में लेदर व फुटवियर के कारोबार में भी इजाफा होगा।- आरके जालान, चेयरमैन, सीएलई
बजट से छोटे उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। बजट के प्रावधानों आने वाले समय में नए कारोबारी तेजी से उभर सकेंगे। इनमें एमएसएमई के लिए लोन सुविधा सबसे अधिक युवा उद्यमियों को सहूलियत देगी।- आलोक श्रीवास्तव, सहायक निदेशक, फियो
प्रदेश सरकार ने बजट में चार एक्सप्रेस वे को और जोड़ा है। प्रदेश में बनने वाले नए एक्सप्रेस वे अन्य राज्यों से निवेश को प्रदेश में आमंत्रित करेंगे। नए उद्यम लगेंगे और युवाओं को रोजगार हासिल होगा।- पंकज अरोड़ा, नेशनल ज्वाइंट सेकेट्री, कैट
बजट में हर तबके का ख्याल रखा गया है। सड़कों के चौड़ीकरण, एक्सप्रेस वे की स्थापना, सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने पर सरकार ने फोकस किया है। बेरोजगारी के खात्मे के लिए भी जरूरी कदम उठाए गए हैं। संतुलित बजट पेश किया गया है।- मानस सेठ, उद्यमी
बजट में व्यापारियों के लिए कुछ भी नहीं है। हम लोगों की लंबे समय से की जा रही मांग पर भी कुछ नहीं मिला है। यह बजट सिर्फ खानापूर्ति ही कही जाएगी। केवल कुछ क्षेत्रों को लाभ दिए जाने का प्रयास किया गया है।- पं. आशू शर्मा, अध्यक्ष, कानपुर महानगर बुलियन एंड सराफा एसोसिएशन
बजट में प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने पर जोर दिया गया है। इसका असर उद्योग पर भी पड़ेगा। इंफ्रास्ट्रक्चर के बेहतर होने से नए उद्योग भी विकसित हो सकेंगे। प्रदेश में नए सेक्टर फलफूल सकेंगे।- अमन घई, अध्यक्ष लघु उद्योग भारती
