राज्य में इंटर हिंदी प्रश्न पत्र में 2622 परीक्षार्थी अनुपस्थित
हल्द्वानी, अमृत विचार: उत्तराखंड बोर्ड की परीक्षाएं शुरू हो गई हैं। शहर के 28 परीक्षा केंद्रों सहित जिले में कुल 107 केंद्रों में शुक्रवार को परीक्षा आयोजित की गई। पहले दिन हिंदी का पेपर हुआ जिसमें जनपद में इंटरमीडिएट में हिंदी की परीक्षा में कुल 9010 परीक्षार्थी पंजीकृत थे, जिसमें 8885 ने परीक्षा दी जबकि 125 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे।
इंटरमीडिएट की कृषि की परीक्षा में कुल 55 पंजीकृत विद्यार्थियों में से 54 ने परीक्षा दी, जबकि 1 अनुपस्थित रहा। साथ ही, हाईस्कूल में हिंदुस्तानी संगीत (मैलो. वादन) में मात्र 1 ही विद्यार्थी पंजीकृत था और उसने परीक्षा दी। हिंदी के पेपर के पैटर्न में भी कुछ बदलाव किया गया है। पूर्व में पेपर में प्रार्थना पत्र लिखना होता था, लेकिन अब इसके स्थान पर दिए गए विकल्पों में से किसी एक विषय पर 150 शब्दों की रिपोर्ट तैयार करनी होती है। साथ ही नए पैटर्न में केस स्टडी के प्रश्न भी पूछे गए थे।
जो अधिकांश परीक्षार्थियों को कठिन लगे। साथ ही हिंदी के पेपर में 15 अंकों के सही विकल्प चुनने वाले प्रश्न पूछे गए थे। परीक्षा केंद्रों से परीक्षा देने के बाद अधिकांश परीक्षार्थियों के चेहरे खिले हुए नजर आए। उन्होंने हिंदी के पेपर को आसान बताया। 26 फरवरी को इंटरमीडिएट की गणित की परीक्षा आयोजित की जाएगी। हिंदी के पेपर को लेकर परीक्षार्थियों से बातचीत की गई जिसमें उन्होंने खुलकर अपनी राय रखी।
परीक्षार्थियों से बातचीत-
हिंदी का पेपर ओवरऑल आसान था लेकिन भाव सौंदर्य वाला प्रश्न हल करने में दिक्कत हुई। पेपर में संस्कृत वाला भाग सरल लगा। पेपर से पहले कई प्रश्नों को लेकर संशय था, जिसे यूट्यूब की मदद से समझा। मोनिका, इंटरमीडिएट
हिंदी का पेपर आसान लगा। पेपर में दो से तीन प्रश्न गद्यांश से पूछे गए जिसे हल करने में थोड़ा कठिनाई रही। काव्य वाला भाग सरल लगा। पिछले साल की तुलना में पेपर आसान आया था।- अर्चना रॉय, इंटरमीडिएट
बहुत अच्छा रहा। पिछली बार कुछ प्रश्न सिलेबस के बाहर से आए थे, लेकिन इस बार निबंध और सभी प्रश्नोत्तर सिलेबस से ही आए थे। पैटर्न में बदलाव होने के बाद भी पेपर कठिन नहीं लगा।- मयंक बिष्ट, इंटरमीडिएट
पेपर तो आसान था, लेकिन टाइम मैनेजमेंट नहीं होने के कारण सारे प्रश्न हल नहीं हो सके। ऐसा लगा कि कुछ अतिरिक्त समय मिलता तो पूरा पेपर हल किया जा सकता था।- आकाश गुप्ता, इंटरमीडिएट
