Kanpur: जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में होगी राष्ट्रीय हार्निया कांफ्रेस, विदेश के 35 डॉक्टरों को प्रशिक्षण देंगे कॉलेज के विशेषज्ञ

कानपुर, अमृत विचार। हार्निया बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को सटीक इलाज मिल सके और दोबारा हर्निया की संभावना न हो, इसके लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ सर्जनों द्वारा डॉक्टरों को प्रशिक्षित किया जाएगा, जिसमे विदेश के 35 डॉक्टर भी शामिल होंगे। इसके लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन होगा। दावा है कि प्रदेश में पहली बार हर्निया की कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त करने वाले डॉक्टरों को फेलोशिप भी दी जाएगी।
इंडियन एसोसिएशन ऑफ गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल इंडोसजर्नस और एसोसिएशन ऑफ सर्जनर्स ऑफ इंडिया उप्र की ओर से जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में 11 अप्रैल से 13 अप्रैल तक राष्ट्रीय हर्निया कांफ्रेस का आयोजन होगा, जिसमे दो सौ डॉक्टरों को फेलोशिप दी जाएगी। फेलोशिप पाने के लिए राष्ट्रीय हर्निया कांफ्रेस में 150 डॉक्टरों ने अभी तक आवेदन कर दिया है। फाल्स हर्निया कांफ्रेस के ओर्गनइजिंग चेयरमैन व जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में सर्जरी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.जीडी यादव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पहली बार यह कांफ्रेस आयोजित की जा रही है।
कांफ्रेस के अंतर्गत करीब 20 मरीजों की एडवांस दूरबीन हर्निया सर्जरी 13 अप्रैल को निशुल्क की जाएगी। इसके लिए तीन अप्रैल से लेकर 10 अप्रैल तक हैलट अस्पताल की ओपीडी में आने वाले हर्निया पीड़ित रोगियों का चयन किया जाएगा। दूरबीन विधि से सर्जरी करने वाले डॉक्टरों को फेलोशिप इन एडवांस लेप्रोस्कोपिक सर्जरी (फाल्स) हर्निया की डिग्री दी जाएगी। डॉ.मनोज सोनकर ने बताया कि कांफ्रेस में बिहार, झारखंड, बाग्लादेश, मलेशिया, नेपाल, श्रीलंका, नई दिल्ली, चेन्नई, अंध्र प्रदेश, अहमदाबाद, गुरुग्राम, हैदराबाद, तमिलनाडु, बैंगलुरू आदि जगहों से डॉक्टर आएंगे।
व्यायाम न करने व मोटापा से बढ़ रही समस्या
कानपुर सर्जिकल क्लब के चीफ पैट्रन व सर्जन डॉ.शिवाकांत मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला में शामिल होने वाले डॉक्टरों को एंडोट्रेनेर्स की सहायता से प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रतिभागियों को ई-पोस्टर व क्विज प्रतियोगिता आदि के द्वारा शल्य कौशल व प्रतिभा को साझा करने का बेहतरीन अवसर प्रदान किया जाएगा। बताया कि व्यायाम न करने और बढ़ते फैट व मोटापा के कारण लोगों में हर्निया की समस्या बढ़ रही है। वही, स्मोकिंग भी हर्निया की समस्या को उत्पन्न करने में काफी सहायक होती है।
परीक्षा देने के बाद मिलेगी उपाधि
राष्ट्रीय हर्निया कांफ्रेस के सचिव डॉ.शिवांशु मिश्रा ने बताया कि कार्यशाला का उद्घाटन अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पद्मश्री डॉ.प्रदीप चौबे द्वारा किया जाएगा। पहले दो दिन लैक्चर, पैनल डिस्कशन, एंडोट्रानर्स व तीसरे दिन सजीव ऑपरेशन किया जाएगा। हर्निया ऑपरेशन की आधुनिकतम ऑपरेशन व जटिलताओं से प्रतिभागियों को अवगत कराया जाएगा। कांफ्रेस के अंत में प्रतिभागी सर्जन का परीक्षा द्वारा मूल्यांकन किया जाएगा। सफल प्रतिभागियों को फाल्स हर्निया की उपाधि प्रदान की जाएगी।