'महिलाओं के खातों में नहीं आएंगे 2500 रुपए', पीएम मोदी की गारंटी निकली जुमला : आप  

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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अमृत विचार। चुनाव से पहले पीएम मोदी समेत भाजपा के दिग्गज नेताओं ने दिल्ली विधानसभा चुनाव जीतने पर 8 मार्च से महिलाओं के खातों में 2500 रुपये महीना देने की बात कही थी लेकिन वादे के मुताबिक अभी तक पहली किश्त जारी नहीं की गई है। जिसको लेकर अब आम आदमी पार्टी (आप) ने कहा कि महिलाओं को 2500 रुपए प्रति महीना देने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर किया गया वादा भी जुमला निकला। 

आप के दिल्ली प्रदेश संयोजक सौरभ भारद्वाज ने मंगलवार को कहा कि दिल्ली में भाजपा की सरकार बनने से पहले चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री ने दिल्ली की महिलाओं से वादा किया था कि भाजपा की सरकार बनने के पश्चात हर महिला को 2500 रुपए आर्थिक सहायता के रूप में दिया जाएगा। 

भाजपा की ओर से यह कहा गया था कि सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में यह प्रस्ताव पास किया जाएगा और 08 मार्च से सभी महिलाओं के खाते में 2500 रुपए आना शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में अब जो खबरें मिल रही है उससे यह पता चलता है कि प्रधानमंत्री की यह गारंटी भी एक झूठ का पुलिंदा निकला। 

आप नेता ने कहा कि सरकार कह रही है कि जिसके पास बीपीएल का कार्ड नहीं होगा उस घर की महिला को 2500 रुपए महीना की आर्थिक सहायता नहीं दी जाएगी। इसी प्रकार से सरकार का एक ओर कहना है कि जिस महिला के बच्चों का वैक्सीनेशन नहीं हुआ होगा, उस महिला को 2500 रुपए महीना की आर्थिक सहायता राशि नहीं दी जाएगी। 

उन्होंने कहा कि यह समझ से बिल्कुल परे है, कि सरकार कहां-कहां से अजब-गजब बहाने महिलाओं को 2500 रुपए महीना की सहायता राशि न देने के लिए ढूंढ कर ला रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में लाखों की संख्या में पूर्वांचल से आए लोग रहते हैं और उन सभी पूर्वांचल के लोगों ने भाजपा पर विश्वास करके उन्हें वोट दिया और दिल्ली में उनकी सरकार स्थापित करने में अपना योगदान दिया। 

उन्होंने कहा कि दिल्ली में बनी इस भाजपा सरकार की नींव ही झूठ पर रखी गई थी। उन्होंने कहा की चुनाव जीतने के लिए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व से लेकर निम्न स्तर तक के सभी नेताओं ने दिल्ली की जनता से झूठ बोला। दिल्ली की भाजपा सरकार शायद देश की पहली ऐसी सरकार है, जिसने इतनी जल्दी जनता के बीच अपनी विश्वसनीयता को दी है। 

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