लखनऊ: पिता-पुत्र ने मिलकर की थी टैक्सी चालक की हत्या, वजह जन पुलिस भी रह गई सन्न, आरोपी गिरफ्तार
मलिहाबाद/लखनऊ, अमृत विचार। रहीमाबाद के हामिदखेड़ा मवई कला में टैक्सी चालक संजय (40) की हत्या विवाहेतर संबंधों के विरोध में हुई थी। रहीमाबाद पुलिस ने लिवइन में रहने वाली प्रेमिका के पहले पति सुनील और बेटे को गिरफ्तार कर लिया है। सुनील ने दो साल पहले पत्नी को छोड़ दिया था। इसके बाद वह संजय के साथ रहने लगी थी। इसी खुन्नस में सुनील ने अपने 19 वर्षीय बेटे के साथ मिलकर संजय को बांके से काट डाला था। पुलिस ने आरोपियों के पास से हत्या में प्रयुक्त गड़ासा, छुरी व बाइक बरामद कर ली है।
एडीसीपी उत्तरी जितेंद्र कुमार दुबे ने बताया कि आरोपी सुनील और उसका बेटा दिव्यांश दोनों मड़ियांव के ताड़ीखाना नायक नगर के रहने वाले हैं। दोनों को मंगलवार दोपहर हरदोई-लखनऊ रोड के जालामऊ मोड़ के पास से पकड़ा गया। हत्याकांड में संजय की मां रामदुलारी ने अज्ञात के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। उन्होंने बताया था कि रविवार रात वह संजय और दोनों पौत्र घर में सो रहे थे। इस बीच देर रात किसी ने दरवाजा खटखटाया। दरवाजा खोला तो सुनील और एक अन्य था।
दोनों घर के अंदर घुसने लगे। विरोध पर उन्होंने पीटा और गला दबाया। शोर सुनकर संजय बचाव में दौड़ा तो उसपर छुरी और गड़ासे से हमला बोल दिया। धक्का देकर संजय भागा तो गांव से नहर तक दोनों उसे दौड़ाते हुए ले गए। बचने के लिए संजय नहर में कूद गया। इसके बाद दोनों आरोपी भी नहर में कूदे और संजय को खींचकर बाहर लाए। फिर ताबड़तोड़ धारदार हथियार से वार कर हत्या कर दी।
इंस्पेक्टर रहीमाबाद आनंद द्विवेदी ने बताया कि करीब 12 साल पहले संजय की शादी ठाकुरगंज बरौरा की रहने वाली रानी से हुई थी, लेकिन वह अपने बचपन की शादीशुदा प्रेमिका मीरा के संपर्क में था। जिसके चलते रानी अपने तीन बेटों-अजीत, अनुराग और अतुल-के साथ मायके चली गई थी। वहीं, मीरा भी संजय को अपना पति मानती थी। जिसके चलते सुनील संजय को आय दिन जान से मारने की धमकी देता था। इसके बाद भी संजय और मीरा की नजदीकियां कम नहीं हुई।
सुनील ने दो साल पहले पत्नी को छोड़ा था। सुनील की पत्नी से संजय के प्रेम प्रसंग हो गए थे। इसके बाद वह संजय के साथ रहने लगी थी। बताया जा रहा है कि दोनों ने शादी भी कर ली थी। इसी खुन्नस में सुनील ने बेटे दिव्यांशु के संग मिलकर संजय को मारने की साजिश रची थी। आरोपी सुनील बेटे दिव्यांशु के साथ सीतापुर रोड मड़ियांव स्थित एक अलमारी दुकान में काम करता था।
