Lucknow double murder : पत्नी को भड़का जिंदगी कर दी थी बदतर, इसलिए सास-ससुर को मार डाला

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Published By Vinay Shukla
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जज के सामने आरोपी दामाद बोला नहीं है कोई अफसोस, आरोपी को भेजा गया जेल, बुजुर्ग दंपति पर किए थे चाकू से 19 वार

आलमबाग अमृत विचार: गढ़ी कनौरा में बुधवार रात आरपीएफ के हेड कांस्टेबल अनंतराम (75) और उनकी पत्नी आशा देवी (72) को मौत के घाट उतारने वाले हत्यारोपी दामाद जगजीत सिंह उर्फ जगदीप उर्फ टिंकू को आलमबाग पुलिस ने गुरुवार दोपहर कोर्ट में पेश किया। इंस्पेक्टर आलमबाग सुभाष चंद्र सरोज ने बताया कि आरोपी ने जज के सामने वही बयान दिया, जो उसने कोतवाली में दिया था।

कोर्ट की कार्यवाही के दौरान आरोपी ने बोला कि सास-ससुर उसकी पत्नी पूनम को भड़काते थे। दोनों ने जिंदगी नर्क से बदतर कर दी थी। उनके कारण ही परिवार टूट गया था। सास-ससुर के कहने पर ही पूनम ने महिला आयोग में शिकायत की थी। इस बार सोच लिया था कि कुछ ही हो जाए दोनों को जिंदा नहीं छोडूंगा। बुधवार को बैग में चाकू रखा।

शराब पी, उसके बाद बच्चे से मिलने के बहाने रात में ससुराल पहुंच गया। नशे में देख पत्नी पूनम ने बच्चे से मिलने से मना किया तो विवाद होने लगा। ससुर व सास बीच में आए तो बैग में चाकू निकालकर दोनों पर ताबड़तोड़ वार कर हत्या कर दी। कोर्ट में आरोपी ने बोला कि जिसने उनकी जिंदगी तबाह की, उन्हें मारने का कोई पश्चताप नहीं है। इसके बाद कोर्ट ने आरोपी को जेल भेज दिया।

इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि आरोपी दामाद ने बुजुर्ग दंपति पर करीब 19 वार किए थे। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में आशा के पेट व गले पर सात वार और अनंत राम के गले, पेट व सीने पर करीब 12 वार मिले हैं। पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने दोनों शव उनके परिजन के सुपुर्द कर दिया है।

फ्रीजर बॉक्स में रखे गए शव, आज होगा अंतिम संस्कार : बुधवार रात ही जम्मू में रहने वाली बेटी कंचन और बेटे सूरज को माता-पिता की हत्या की सूचना दी गयी। खबर मिलते ही दोनों चींख पड़े। दोनों गुरुवार को परिवार संग लखनऊ पहुंच गए हैं। वहीं, पोस्टमार्टम के बाद दोनों शव लेकर परिजन घर पहुंचे। इस दौरान डीप फ्रीजर बॉक्स मंगा लिया गया था। पुलिस ने बताया कि परिजन गुरुवार को अंतिम संस्कार करेंगे।

चल रहा था मीडिएशन, बुधवार को भी थी तारीख : इंस्पेक्टर ने बताया कि आरोपी जगदीप की पत्नी पूनम एक प्राथमिक विद्यालय में सरकारी टीचर है। वर्ष 2014 में उसकी शादी जगदीप से हुई थी। उनके दो बच्चे गुरवीर व सनवीर हैं। गुरवीर मौसी के पास जम्मू में है। पति की प्रताड़ना से आजिज आकर पूनम ने महिला आयोग में शिकायत की थी। इसके बाद दोनों का मीडिएशन चल रहा था। बुधवार को मीडिएशन की तारीख थी। पूनम तारीख पर गयी थी, लेकिन जगदीप नहीं पहुंचा था। इंस्पेक्टर ने बताया कि मीडिएशन की तारीख पर अक्सर जगदीप नहीं जाता था।

कोर्ट ने बेटों से मिलने की दी थी अनुमति : पूनम ने पुलिस को बताया कि कोर्ट ने जगदीप को बच्चों से मिलने की अनुमति दी थी। वह कभी कभार बच्चों से मिलने आता था। बुधवार दोपहर जगदीप ने कॉल कर बच्चों से मिलने की बात कही। इसपर पूनम ने कहा कि अगर शराब पी हो तो मत आना। जगदीप ने झूठ बोल दिया था। रात में दरवाजा खुला होने पर वह घर में आ गया। नशे में देख पूनम ने उसे बेटे से मिलने से मना किया तो विवाद हो गया था।

वृंदावन में खरीदा था घर, अपने नाम करने का बनाता था दबाव : हत्यारोपी जगदीप पर उसके साले रोहन ने गंभीर आरोप लगाए हैं। आरोप है कि शादी के बाद से जगदीप ने कभी सुकून से बहन पूनम को जीने नहीं दिया। पूनम ने वेतन के रुपये जोड़कर वृंदावन योजना स्थित आवास विकास कॉलोनी में एक घर खरीदा था। पति उक्त मकान को अपने नाम करने का दबाव बना रहा था। विरोध पर वह मारपीट करता था। पूनम ने बताया कि जब वह निशातगंज में रहती थी तो जगदीप उसका एटीएम हासिल कर रुपये निकालकर शराब पीता था।

साले की भी हत्या का किया था प्रयास : पोस्टमार्टम हाउस पर मृतक दंपति के छोटे बेटे रोहन ने बताया कि जगदीप उसकी भी जान लेने की कोशिश कर चुका है। करीब दो साल पहले जगदीप देर रात नशे में धुत होकर गढ़ी कनौरा स्थित घर पहुंचा था। दरवाजे पर आकर गाली-गलौज करने लगा। वह बाहर निकला तो जगदीप ने उस पर तलवार से वार किया, लेकिन वह किसी तरह बचकर भाग निकला था।

पूनम की नौकरी से चल रहा था घर : परिजन ने बताया कि जगदीप कोई काम नहीं करता था। पूनम की नौकरी से ही अभी तक परिवार चल रहा था। यही नहीं पूनम के रुपये से ही वह शराब पीता और फिर उसे पीटता था। कई बार पूनम प्रताड़ित होकर मायके आती थी तो जगदीप मिन्नते करके उसे ले जाता था। इस बार जगदीप ने पूनम से मारपीट की तो वह माता-पिता के पास मायके आ गयी थी। जगदीप ने कई बार घर चलने को कहा, लेकिन उसने मना कर दिया था।

जुआ अधिनियम में हुआ था गिरफ्तार : इंस्पेक्टर सुभाष चंद्र ने बताया कि आरोपी जगदीप पत्नी की कमाई से पीता और अय्याशी करता था। साल 2022 में महानगर पुलिस ने उसे जुआं खेलते समय गिरफ्तार किया था। इंस्पेक्टर ने बताया कि जमानत पर छूटने के बाद भी आरोपी में कोई सुधार नहीं हुआ। पूनम के मायके जाने से आरोपी को रुपये की किल्लत हो रही थी।

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