छांगुर बाबा इन जिलों में भेज रहा था विदेशों से आए फंड, STF और ATS ने किया खुलासा, मद्दगारों की भी अब खैर नहीं
लखनऊ, अमृत विचार: धर्मांतरण मामले में एटीएस ने जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा व सहयोगी नीतू उर्फ नसरीन को तीन दिन पहले गिरफ्तार किया था। उसके नेटवर्क खंगालने में जुटी एजेंसियों के सामने कई राज खुले। छांगुर बाबा की संस्था में आये विदेशी फंड को मुरादाबाद, औरैया, आजमगढ़ के कई लोगों को भेजा था। इसमें कई बाद बड़े रकम के लेनदेने की पुष्टि भी हुई है। विदेशी फंडिंग के जरिये जुटाये गये रकम का बंदरबांट धर्मांतरण गिरोह से जुड़े सभी सदस्यों ने खुलकर किया। जांच में यह भी सामने आया कि लखनऊ से कई बार बलरामपुर मोटी रकम पहुंचाई गई थी। एजेंसियों ने तीन संदिग्धों को चिह्नित कर लिया है। उनसे जल्द पूछताछ कर सकती है।
एटीएस और एसटीएफ जानकारी जुटाकर अब गिरोह के सदस्यों तक पहुंचने का प्रयास शुरू कर दिया है। ताकि उनको गिरफ्तार कर गिरोह के नेटवर्क के बारे में पूरा खुलासा कर सके। छांगुर बाबा बलरामपुर के उतरौला, मधपुर गांव में धर्मातरण का गिरोह चलाना शुरू किया था। मुंबई से लेकर लखनऊ तक उसने कई लोगों को अपने जाल में फंसाया और उन्हें इस्लाम धर्म अपनाने पर मजबूर कर दिया था। कुछ दिन पहले गोमतीनगर में छांगुर के शिकार बने लोगों ने फिर से रीति रिवाज के जरिए हिन्दू धर्म अपना लिया था।
दो दर्जन से अधिक चिह्नित, सूची तैयार
एटीएस ने छांगुर की 40 से अधिक संस्थाओं के खातों का ब्योरा निकलवाना शुरू कर दिया है। अधिकतर खातों से हुए लेन-देन के आधार पर दो दर्जन से अधिक लोगों को चिह्नित किया गया है। इन लोगों से पूछताछ की जाएगी। इनमें से ज्यादा लोग मुरादाबाद, औरैया व आजमगढ़ के हैं। ये लोग छांगुर के संपर्क में सबसे ज्यादा थे। इनके खातों में लखनऊ से भी रकम भेजी गई है। यहां से रकम भेजने वालों का नाम पता किया जा रहा है। फरारी के दौरान छांगुर की मदद में कई लोग आए धर्मांतरण के मुद्दे को तूल पकड़ने पर छांगुर व उसके गिरोह के खास सदस्य फरार हो गए थे। इस दौरान छांगुर कई जगह गया। इन स्थानों पर उसकी मदद के लिए कई लोग आ गए थे। इनके बारे में भी जांच की जा रही है।
