फर्रुखाबाद: गंगा खतरे के निशान से ऊपर, 42 गांव बाढ़ से प्रभावित, कई जगह कमर तक पानी
फर्रुखाबाद। उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले में पिछले 20 घंटे से गंगा नदी ने खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर बहाना शुरू करते ही 42 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। बदायूं- फर्रुखाबाद सड़क मार्ग राजेपुर थाना क्षेत्र में चित्रकूट गांव समीप सड़क के ऊपर से करीब 2 फीट पानी का बहना शुरू हो गया है जबकि गंगा की सहायक नदी राम गंगा खतरे के निशान से करीब 85 सेमी नीचे बह रही है।
जिला प्रशासन ने बाढ़ पीड़ितों को आवागमन राहत प्रदान करने के लिए, जिले के विभिन्न बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में 52 नावें तथा चार स्टीमर लगाए हैं। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार जिले में पांचाल घाट लोहिया से सेतु पर रविवार प्रातः 8:00 बजे गंगा का जलस्तर 137.20 सेंटीमीटर रिकॉर्ड हुआ जो खतरे के निशान से 10 सेंटीमीटर ऊपर है।
इसी क्रम में गंगा की सहायक नदी राम गंगा ब्रह्मादत्त द्विवेदी सेतु पर आज प्रातः 8:00 बजे जलस्तर 136.25 सेंटीमीटर रिकॉर्ड किया गया जो खतरे के निशान से 85 सेंटीमीटर नीचे है। आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि नरौरा बांध से 305041 क्यूसेक पानी गंगा नदी में छोड़ा गया वहीं रामगंगा में रामनगर बैराज आदि से 11467 क्यूसेक पानी छोड़ा गया जिससे दोनों नदियों में जल स्तर निरंतर बढ़ रहा है।
सूत्रों के अनुसार जिले की अमृतपुर तहसील में गंगा तटवर्ती 17 गांव बुरी तरह से बाढ़ की चपेट में आ गए। यहां बाढ़ पीड़ितों के आवा गमन के लिए 25 नावें चार स्ट्रीमर लगाए गए हैं। इसी क्रम में कायमगंज तहसील के 20 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए बाढ़ पीड़ितों को आवागमन उपलब्ध कराने के लिए 17 नाव लगाई गई तथा फर्रुखाबाद सदर तहसील के कार्यकारी तहसीलदार सनी कनौजिया ने बताया कि ग्राम चाचूपुर, कटरी गंगपुर, कटरी धर्मपुर, कटरी शिकारपुर तथा कटरीभीमपुर बाढ़ की चपेट में आ गए, यहां 10 नावों की व्यवस्था की गई है।
