कार्तिक पूर्णिमा पर रामनगर के गर्जिया मंदिर में मेले की शुरुआत: कोसी नदी में आस्था की डुबकी, प्रशासन की ओर से विशेष इंतज़ाम 

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Published By Anjali Singh
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रामनगर। उत्तराखंड के नैनीताल जिले के रामनगर में बुधवार को प्रसिद्ध गर्जिया मंदिर परिसर में गंगा स्नान मेले का आयोजन किया गया। हर साल की तरह इस बार भी श्रद्धालुओं ने कोसी नदी के पवित्र जल में आस्था की डुबकी लगाई। आज सुबह से ही मंदिर परिसर और नदी किनारे श्रद्धालुओं की आवाजाही शुरू हो गई थी। श्रद्धालुओं ने विधि-विधान से स्नान कर देवी गर्जिया के दर्शन किए और परिवार की सुख-समृद्धि की कामना की। 

स्थानीय मान्यता के अनुसार कोसी नदी को यहां की गंगा कहा जाता है। गर्जिया मंदिर में स्नान का यह मेला हर साल कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित होता है। उत्तराखंड के अलावा उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के भी श्रद्धालु मेले में शामिल होने पहुंचे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए मंदिर समिति और प्रशासन की ओर से विशेष इंतज़ाम किए गए। 

नदी किनारे गोताखोर और जल पुलिस की टीमें तैनात रहीं, वहीं मंदिर समिति ने श्रद्धालुओं के लिए पेयजल, प्रसाद और साफ-सफाई की व्यवस्था की। हालांकि, इस बार पिछले वर्षों की तुलना में श्रद्धालुओं की भीड़ में कमी देखने को मिली। स्थानीय लोगों के अनुसार, भीड़ में कमी की वजह मौसम एवं परिवहन की असुविधा रही। 

मंदिर समिति के अध्यक्ष कुबेर सिंह अधिकारी ने बताया कि मेला शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो रहा है। प्रशासन और समिति ने मिलकर पूरी व्यवस्था संभाली। भीड़ भले कम रही हो लेकिन श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं दिखी। गर्जिया मंदिर का यह मेला केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि लोक आस्था का पर्व है, जहां श्रद्धा, संस्कृति और कुमाऊं की परंपरा एक साथ दिखाई देती है।

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