National Newborn Week:समय से पहले जन्मे बच्चों की सेहत ज्यादा चिंता का विषय, देखभाल में किसी चूक की गुंजाइश नहीं

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Published By Muskan Dixit
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ज्यादा संक्रमण, कमजोर फेफड़े और अस्थिर दिल

National Newborn Week:

लखनऊ/ पीजीआई, अमृत विचार: समय से पहले जन्मे शिशुओं को शुरू से ही विशेष निगरानी और संवेदनशील देखभाल की जरूरत होती है। इसी संदेश को मजबूत करने के लिए संजय गांधी पीजीआई के नवजात विभाग ने राष्ट्रीय नवजात शिशु सप्ताह और विभाग के फाउंडेशन डे पर रविवार को जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया। इस मौके पर साइक्लो-वॉकथॉन का भी आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रतिभाग किया।

इस आयोजन में फिल्म हक में काम कर चुके प्रेरणादायक बाल जीवी हेदर अली (मास्टर हेदर) सभी का ध्यान केंद्रित करने वाले रहे। मास्टर हेदर ने बताया कि डॉक्टरों की निरंतर निगरानी, माता पिता का साहस और समय पर कराए गए फॉलोअप ने उन्हें स्वस्थ जीवन दिया। उन्होंने अपने उपचार के दौरान मिली सहायता के लिए डॉ अनीता सिंह का आभार व्यक्त किया। विशेषज्ञों के अनुसार प्री-टर्म शिशुओं में एपनिया, फेफड़ों की अपरिपक्वता, कम जन्म वजन, संक्रमण, पीलिया, तापमान गिरना, रेटिनोपैथी और मस्तिष्क में रक्तस्राव जैसी जटिलताओं की आशंका अधिक होती है। ऐसे बच्चों को जन्म के बाद तुरंत एनआईसीयू देखभाल, संक्रमण से बचाव, मातृ दुग्ध और नियमित फॉलोअप की सख्त आवश्यकता होती है।

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कार्यक्रम की शुरुआत विभागाध्यक्ष डॉ. किर्ति नरंजे के स्वागत संबोधन से की गई। संस्थान के एम एस डॉ. आर हर्षवर्धन ने कहा कि समाज में नवजात स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बढ़ाना बेहद जरूरी है। इसके तहत आयोजित साइक्लो-वॉकथॉन में लोगों की बड़ी हिस्सेदारी रही। छात्रों की पोस्टर प्रदर्शनी, नर्सिंग विद्यार्थियों द्वारा भूमिका प्रस्तुति, और रेजिडेंट डॉक्टरों व नर्सिंग अधिकारियों की खेल गतिविधियों ने कार्यक्रम को जीवंत बनाया। आयोजन के सफल संचालन में डॉ अकांक्षा, डॉ सुशील, डॉ फौजिया और डॉ अभिषेक पॉल का महत्वपूर्ण योगदान रहा।

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