नववर्ष पर रामनगरी को बड़ी सौगात: अयोध्या बस स्टेशन से शुरू होगा बसों का संचालन, रोजाना रुकेंगी 150 से अधिक बसें
अयोध्या, अमृत विचार। रामनगरी में नववर्ष 2026 के प्रथम सप्ताह से अयोध्या बस स्टेशन से विधिवत रूप से बसों का संचालन शुरू हो जाएगा। लंबे समय से आंशिक रूप से ही संचालित हो रहे इस बस स्टेशन को अब पूरी तरह हाईवे से जोड़ा जा रहा है, जिससे दोनों दिशाओं से आने-जाने वाली 150 से अधिक बसें यहां रुक सकेंगी। वर्ष 2017 में योगी सरकार की पहल पर एनएच-27 पर तिहुरा माझा के पास 14 करोड़ की लागत से अयोध्या धाम बस स्टेशन के निर्माण की शुरूआत हुई थी। जिसे वर्ष 2020 के अंत तक पूर्ण कर लिया गया था।
वर्ष 2021 में यहां से बसों का संचालन प्रारंभ किया गया, लेकिन हाईवे की एक लेन से ही जुड़ा होने के कारण यहां से बसों का संचालन सीमित रहा। यह बस स्टेशन मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट में एक है। उनके निर्देश पर एक वर्ष पूर्व इसके सामने एनएचआई ने ओवरब्रिज व अंडरपास का निर्माण शुरू किया। अब यह निर्माण पूर्ण हो चुका है, जल्द ही इसका उद्घाटन होने की संभावना है। अंडरपास बनने से अब यह बस स्टेशन हाईवे की दोनों लेन से जुड़ जाएगा।
वर्तमान में अयोध्या बस स्टेशन केवल गोरखपुर- लखनऊ हाईवे की एक लेन से ही जुड़ा हुआ है। इसके कारण गोरखपुर, बस्ती, गोंडा-बहराइच की ओर जाने वाली बसें ही यहां रुकती हैं। ओवरब्रिज व अंडरपास के निर्माण के बाद अब यहां लखनऊ की ओर से आने वाली बसों का भी यहां ठहराव हो सकेगा। इस बस स्टेशन परिसर में यात्री प्रतीक्षालय, शौचालय, पेयजल, कैंटीन और सूचना केंद्र जैसी आधुनिक सुविधाएं भी उपलब्ध हैं।
हाईवे के लेबल में होगा बस स्टेशन
हाईवे पर ओवरब्रिज और अंडरपास के निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद परिवहन निगम ने बस स्टेशन परिसर को हाईवे के लेवल के बराबर करने की तैयारी शुरू कर दी है। अगले दो-तीन दिनों में इसका कार्य प्रारंभ हो जाएगा। जिसके बाद लखनऊ और गोरखपुर दोनों दिशाओं से आने वाली बसें आसानी से बस स्टेशन में प्रवेश कर सकेंगी और यात्री सुरक्षित तरीके से चढ़-उतर सकेंगे। माघ मेला और राम मंदिर में बढ़ती भीड़ को देखते हुए यह कदम बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
नौ एकड़ भूमि पर 219 करोड़ से बन रहा अंतरराज्यीय बस स्टेशन
अयोध्या धाम बस स्टेशन के पीछे करीब नौ एकड़ भूमि पर 219 करोड़ की लागत से एयरपोर्ट की तर्ज पर अंतरराज्यीय बस स्टेशन करा निर्माण हो रहा है। पीपीपी मॉडल से निर्मित इस बस स्टेशन पर सिनेमाघर, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स, होटल, बैंक, एटीएम, बिजनेस सेंटर, आधुनिक टॉयलेट, मेडिकल स्टोर, पोस्ट ऑफिस, पुलिस व पर्यटक बूथ जैसी सुविधाएं होंगी। इसके अलावा यहां पर इलेक्ट्रिक बसों के भी खड़े होने की सुविधा होंगी। इसके लिए चार्जिंग प्वॉइंट भी बनाया जाएगा। यहां पर डिजिटल टिकटिंग, रीयल-टाइम बस ट्रैकिंग और सुरक्षा निगरानी जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं भी होंगी। यह परियोजना पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल पर विकसित की जा रही है।
बस स्टेशन परिसर को हाईवे के लेवल में कराने का कार्य दो-तीन दिनों में शुरू हो जाएगा, जो 15 दिनों में पूर्ण हो जाएगा।। उम्मीद है कि नए साल से यहां से लखनऊ, गोरखपुर, प्रयागराज, वाराणसी, दिल्ली, बरेली, कानपुर समेत तमाम मार्गों पर प्रतिदिन चलने वाली करीब 150 से ज्यादा बसों का यहां ठहराव होगा। इससे न केवल स्थानीय लोगों को सुविधा होगी बल्कि देश-विदेश से आने वाले रामभक्तों और पर्यटकों को भी आवागमन में भारी राहत मिलेगी।-विमल राजन, क्षेत्रीय प्रबंधक परिवहन निगम।
