निवेश मित्र 3.0 ने बदला गेम... निवेश सुगमता और कौशल विकास से बढ़ा कारोबार और रोजगार, यूपीसीडा बना देश का सबसे तेज इंडस्ट्रियल डिपार्टमेंट  

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Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार: राज्य की विकास यात्रा के तीनों स्तंभ निवेश, उद्योग और रोजगार तेज़ी से मजबूत हो रहे हैं। ‘उद्यम प्रदेश’ के लक्ष्य को साकार करने के लिए योगी सरकार ने एक ओर ‘ईज ऑफ डूइंग बिज़नेस’ में व्यापक प्रशासनिक सुधार किए, तो दूसरी ओर स्किल इंडिया, डीसीसीवाई और युवा उद्यमिता योजनाओं के माध्यम से लाखों युवाओं के लिए रोजगार के दरवाजे खोले हैं।

शासन के अफसरों के अनुसार सरकार ने उद्योग स्थापना में आने वाली बाधाओं को हटाने के लिए 4,675 प्रशासनिक सुधार और 2,500 व्यवसाय-केंद्रित सुधार लागू किए हैं। मंजूरी, लाइसेंस, पंजीकरण और अनुपालन से जुड़ी ज्यादातर प्रक्रिया अब डिजिटल हो चुकी हैं। इंटेंट फाइलिंग, लेटर ऑफ अप्रूवल, कॉमन एप्लीकेशन फॉर्म और अनेक विभागीय अनुमतियां अब ऑनलाइन उपलब्ध हैं। इससे नए निवेशकों को दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ते और प्रक्रिया समय व लागत दोनों में कमी आई है।

प्रदेश का प्रमुख डिजिटल प्लेटफॉर्म ‘निवेश मित्र 2.0’ निवेशकों के लिए 43 विभागों की 525 सेवाएं एक ही मंच पर उपलब्ध करा रहा है। एआई आधारित डैशबोर्ड, रीयल टाइम डेटा विश्लेषण, मजबूत शिकायत निस्तारण प्रणाली और ‘नो योर अप्रूवल्स’ जैसी विशेषताएं इसे देश का सबसे उन्नत निवेश प्लेटफॉर्म बनाती हैं। जल्द ही निवेश मित्र 3.0 लागू किया जाएगा, जिसमें जीआईएस आधारित लैंड बैंक व लाइव प्लॉट मैपिंग उपलब्ध होगी, जिससे भौतिक निरीक्षण की बाध्यता समाप्त हो जाएगी।

यूपीसीडा में केपीआई आधारित मॉडल से 389% बढ़ा आवेदन

योगी सरकार ने कार्यकुशलता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए यूपीसीडा में केपीआई आधारित पदोन्नति और मूल्यांकन प्रणाली लागू की है। इसके परिणामस्वरूप 2018-19 में 625 आवेदन प्रोसेस हुए थे, 2025-26 में यह संख्या 3,059 पहुंच गई, जो 389 प्रतिशत वृद्धि है। निवेशकों की संतुष्टि दर भी 96.32 प्रतिशत दर्ज की गई है, जो यूपीसीडा की दक्ष कार्यप्रणाली को दर्शाती है।

5.66 लाख को नौकरी, कौशल व तकनीक पर जोर

निवेश सुगमता के साथ-साथ सरकार ने रोजगार सृजन और युवाओं के कौशल विकास को प्राथमिकता दी है। आईटीआई–पॉलिटेक्निक पास 5.66 लाख युवाओं को 2017 के बाद से स्किल इंडिया मिशन, दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्या योजना, मिशन रोजगार के तहत रोजगार मिला। पूरे प्रदेश में 2,800 से अधिक प्रशिक्षण केंद्र उद्योग उन्मुख कौशल प्रदान कर रहे हैं। 1,747 सक्रिय ट्रेनिंग पार्टनरों के माध्यम से डिजिटल मार्केटिंग, एआई, ईवी मैन्युफैक्चरिंग, ग्रीन जॉब्स जैसे आधुनिक कौशल में युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है।

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