देश में पहली बार होगी अनूठी कथा... पर्यावरण, स्वदेशी, परिवार होगा विषय
लखनऊ, अमृत विचार: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भारत विकास परिषद की एक अनूठी पहल देखने को मिलेगी। भारत विकास परिषद, अवध प्रान्त इस वर्ष एक ऐसे आयोजन की तैयारी में है जो न सिर्फ आध्यात्मिक चेतना को प्रज्वलित करेगा, बल्कि समाज को उसके मूलभूत कर्तव्यों, संस्कारों और उत्तरदायित्वों की ओर भी संवेदनशील बनाएगा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में परिषद ने पाँच बुनियादी सामाजिक सूत्रों-पर्यावरण, स्वदेशी, समरसता, परिवार प्रबोधन और नागरिक कर्तव्य-को केंद्र में रखते हुए "5 दिवसीय पंच सूत्रीय कथा महोत्सव" का भव्य आयोजन घोषित किया है।
भारत विकास परिषद के क्षेत्र संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल ने बताया कि यह महोत्सव 5 से 9 दिसम्बर 2025 तक श्री सुमतिनाथ सेवा भवन, ए-19, सिंधु नगर, लखनऊ में प्रतिदिन दोपहर 2 से 5 बजे तक आयोजित होगा।
यह कार्यक्रम केवल कथा तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि सामाजिक चेतना को एक नई दिशा देने का प्रयास करेगा। हर दिन एक विषय, एक दृष्टिकोण और एक प्रेरणा-इन्हीं तीन स्तंभों पर पाँच दिवसीय आयोजन आधारित है।
उन्होंने बताया कि परिषद का मानना है कि समाज तभी मजबूत बनता है जब उसकी जड़ें संस्कार, कर्तव्यबोध और सहयोग में गहरी होती हैं। यही कारण है कि कथा-प्रवचनों के साथ-साथ हर दिन यज्ञ और समाजसेवा के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य कर रही विभूतियों तथा संस्थाओं का नागरिक अभिनंदन भी किया जाएगा। इन समस्त गतिविधियों का उद्देश्य एक ऐसे समाज का निर्माण है जो जागरूक भी हो, कर्तव्यनिष्ठ भी और संस्कारित भी। शुभ-शुरुआत के साथ प्रकृति संवर्धन यज्ञ-प्रतिदिन शुरुवात मुख्य यजमान तथा आतिथ्य शाखा परिवारों के द्वारा यज्ञ से होगी। यज्ञ हमारी सनातन परम्परा के साथ प्रकृति का संरक्षण संवर्धन भी करता है।
