स्कूली बच्चों को नवाचार का उस्ताद बना रहा BBAU, 55 जिलों के शिक्षा अधिकारियों दिया गया डिजाइन थिंकिंग और स्टार्टअप का प्रशिक्षण
लखनऊ, अमृत विचार: राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए बच्चों को नवाचार, विज्ञान और उद्यमिता से प्रशिक्षित करने की पहल शुरू की गई है। इसके लिए प्रदेश के 55 जिलों के शिक्षा अधिकारियों की कार्यशाला बाबा साहब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय में आयोजित की गई, जिसमें नवाचार, डिजाइन और उद्यमिता पर प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला में एडीशनल स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर विष्णु कांत पाण्डेय ने बताया कि प्रत्येक छात्र को एंटरप्रेन्योरशिप का बुनियादी ज्ञान होना चाहिए। विद्यालयों में अटल टिंकरिंग लैब स्थापित की गई हैं, जहां बच्चों को प्रयोग, खोज और तकनीकी परियोजनाओं पर कार्य करने का अवसर मिलता है। इसी तरह पीएमश्री स्कूल और अटल टिंकरिंग लैब छात्रों को स्कूली जीवन से ही नवाचार और उद्यमिता की शिक्षा देंगे।
तकनीकी सत्रों में समस्या-समाधान, मानव-केंद्रित दृष्टिकोण, डिज़ाइन थिंकिंग के सिद्धांत, केस स्टडीज़ और समूह कार्य पर चर्चा हुई। अधिकारियों ने विश्वविद्यालय के इनक्यूबेशन सेंटर एवं सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का भ्रमण कर जानकारी प्राप्त की।
कार्यशाला में अधिकारियों को बताया गया कि छात्र सरकारी योजनाओं का लाभ कैसे उठाएं, स्टार्टअप कैसे शुरू करें, नवाचार अपनाएं, विज्ञान और तकनीकी की संभावनाओं का उपयोग करें और सकारात्मक मानसिकता बनाएं।
प्रदेश के 55 जिलों के जिला शिक्षा अधिकारी, डॉयट और एससीईआरटी सदस्य कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलपति प्रो. राज कुमार मित्तल ने की और कहा कि विकसित भारत के लिए प्रतिवर्ष एक करोड़ रोजगार सृजन करना होगा। शिक्षा मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी, इनोवेशन सेल, डिज़ाइन थिंकिंग एक्सपर्ट और नोडल सेंटर हेड उपस्थित रहे।
