Putin India Visit : प्रधानमंत्री मोदी का रूस को खास तोहफा, 30 दिनों के लिए मिलेगा भारत का फ्री ई-टूरिस्ट वीजा

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारत-रूस के बीच सांस्कृतिक संबंधों के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि लोगों के बीच संबंधों ने हमेशा द्विपक्षीय संबंधों में एक खास जगह रखी है और नई दिल्ली जल्द ही रूसी नागरिकों के लिए 30 दिन का मुफ्त ई-टूरिस्ट वीजा और 30 दिन का ग्रुप टूरिस्ट वीजा शुरू करेगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "भारत-रूस के संबंधों में हमारे सांस्कृतिक सहयोग और लोगों के संबंधों का विशेष महत्व रहा है। दशकों से दोनों देशों के लोगों में एक-दूसरे के प्रति स्नेह, सम्मान, और आत्मीयता का भाव रहा है। इन संबंधों को और मजबूत करने के लिए हमने कई नए कदम उठाए हैं।

उन्होंने कहा कि हाल ही में रूस में भारत के दो नए वाणिज्य दूतावास खोले गए हैं। इससे दोनों देशों के नागरिकों के बीच संपर्क और सुगम होगा, और आपसी नजदीकियां बढ़ेंगी। इस साल अक्टूबर में लाखों श्रद्धालुओं को काल्मिकिया स्थित अंतरराष्ट्रीय बुद्धिस्ट फोरम में भगवान बुद्ध के पवित्र अवशेषों का आशीर्वाद मिला।"

उन्होंने आगे कहा, "मुझे खुशी है कि शीघ्र ही हम रूसी नागरिकों के लिए नि:शुल्क 30 दिनों का ई-टूरिस्ट वीजा और 30 दिनों का ग्रुप टूरिस्ट वीजा की शुरुआत करने जा रहे हैं। जनशक्ति गतिशीलता हमारे लोगों को जोड़ने के साथ-साथ दोनों देशों के लिए नई ताकत और नए अवसर प्रदान करेगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि इसे बढ़ावा देने के लिए आज दो समझौते किए गए हैं। हम मिलकर व्यावसायिक शिक्षा, कौशल विकास और प्रशिक्षण पर भी काम करेंगे। हम दोनों देशों के छात्रों, विद्वानों और खिलाड़ियों का आदान-प्रदान भी बढ़ाएंगे।"

पीएम मोदी ने आगे कहा कि मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में हमारी मित्रता हमें वैश्विक चुनौतियों का सामना करने की शक्ति देगी, और यही भरोसा हमारे साझा भविष्य को और समृद्ध करेगा। मैं एक बार फिर आपको और आपके पूरे प्रतिनिधिमंडल को भारत यात्रा के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं।

पुतिन ने भारत को रूसी तेल खरीदने को लेकर दिया ऑफर, कहा- बिना रुकावट जारी रहेगा शिपमेंट

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी तेल खरीदने को लेकर भारत के लिए बड़ा ऐलान किया है। पुतिन ने कहा कि भारत के लिए बिना रुकावट तेल का शिपमेंट जारी रहेगा। राष्ट्रपति पुतिन ने कहा, "हम बढ़ती भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए ईंधन की बिना रुकावट शिपमेंट जारी रखने के लिए तैयार हैं।" यह घोषणा तब हुई जब दोनों देशों ने फर्टिलाइजर और फूड सेफ्टी से लेकर शिपिंग और मैरीटाइम लॉजिस्टिक्स तक अलग-अलग क्षेत्रों में समझौते किए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने दोनों देशों के बीच आर्थिक सहयोग पर जोर देते हुए कहा, "भारत और रूस 2030 तक व्यापार बढ़ाने के लिए एक आर्थिक सहयोग कार्यक्रम पर सहमत हुए हैं।"

इससे पहले क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा कि रूस को उम्मीद है कि वह भारत को अपना तेल निर्यात फिर से बढ़ाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों के कारण आई मौजूदा गिरावट को वह अस्थायी मानते हैं। यूक्रेन युद्ध के बाद भारत रूस के समुद्री तेल का सबसे बड़ा खरीदार बन गया था। हालांकि, हाल ही में अमेरिका ने रूस के बड़े तेल प्रोड्यूसर रोसनेफ्ट और लुकोइल पर बैन लगा दिया। इसकी वजह से भारत ने कच्चे तेल के आयात में कटौती की है।

इसके बाद, यूरोप ने भी रूसी क्रूड ऑयल से बने पेट्रोलियम प्रोडक्ट की खरीद पर बैन लगाने का ऐलान किया है। भारत-रूस के बीच 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 65.70 बिलियन डॉलर था, जिसमें 4.26 बिलियन डॉलर का भारतीय निर्यात और 61.44 बिलियन डॉलर का आयात शामिल था। दोनों देशों का मकसद 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 100 बिलियन डॉलर तक ले जाना है।

रूसी राष्ट्रपति ने कहा, "हम एक-दूसरे के देशों में फिल्म फेस्टिवल का आयोजन कर रहे हैं। आज, एक रूसी टीवी चैनल भारत में ब्रॉडकास्ट करना शुरू करेगा। इससे भारत को रूस के बारे में और जानने में मदद मिलेगी। हमने कुछ ग्लोबल मुद्दों पर भी बात की है। हम बहुध्रुवीय वर्ल्ड ऑर्डर पर जोर दे रहे हैं।" उन्होंने यह भी कहा कि ब्रिक्स के फाउंडिंग मेंबर के तौर पर, भारत और रूस ने बहुत काम किया है। अगले साल, भारत ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा। हम भारत को हर तरह से सपोर्ट करने के लिए तैयार हैं।"

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