Bareilly : कैदी की हत्या का आरोप, एडीएम सिटी ने शुरू की मजिस्ट्रेटी जांच
बरेली, अमृत विचार। केंद्रीय कारागार में बदायूं के थाना बिनावर के ग्राम वृंदावन के कैदी महेंद्र की 7 नवंबर को मौत होने के मामले में गंभीर आरोप लगाए गए हैं। महेंद्र के पुत्र रामसेवक ने जेल में षड़यंत्र के तहत पिता की हत्या कराने का आरोप लगाया है। कहा है कि गांव के कुछ नेताओं ने जेल अधीक्षक को प्रलोभन देकर षड़यंत्र करते हुए पिता की हत्या कराई है। नेताओं ने पहले उसके पिता को बदायूं की जेल से केंद्रीय कारागार में शिफ्ट कराया, फिर उसके बाद घटना की है। डीएम अविनाश सिंह के आदेश पर एडीएम सिटी सौरभ दुबे ने मजिस्ट्रेटी जांच शुरू कर दी है।
एडीएम सिटी ने आमजन से कहा है कि इस प्रकरण के संबंध में जो भी व्यक्ति किसी प्रकार की कोई जानकारी देना चाहता है तो वह कलेक्ट्रेट स्थित एडीएम सिटी के कार्यालय में 8 से 20 दिसंबर तक किसी भी कार्यदिवस में उपस्थित होकर बयान दर्ज करा सकता है। एडीएम सिटी की ओर से जारी बयान में कहा है कि रामसेवक ने डीएम को 14 नवंबर को शिकायत कर कहा कि उसके पिता महेन्द्र की अदालत बदायूं से एक मुकदमे में 20 वर्ष की सजा हो गई थी। जिसकी वजह से उसके पिता जेल बदायूं में निरुद्ध थे। आरोप है कि 2 नवंबर को षड़यंत्र के तहत सेंट्रल जेल बरेली में शिफ्ट किये गये। उसके पिता की गांव में कुछ लोगों से रंजिश चल रही थी।
उसकी वजह से कुछ नेता उनसे रंजिश मानते थे। गांव के लोगों ने राजनेताओं संग षड़यंत्र रचकर, वरिष्ठ जेल अधीक्षक केन्द्रीय कारागार को प्रभावित कर उसके पिता की हत्या करवा दी और बीमारी व इलाज का बहाना बना दिया। उसकी बहन भैया दूज वाले दिन मिलाई करने गई तो उनकी तबीयत ठीक थी। उच्च न्यायालय इलाहाबाद से 6 नवंबर को उसके पिता की जमानत हो गई थी। 7 नवंबर की सुबह अपने पिता से मुलाकात करने केन्द्रीय कारागार गया तो उसकी मुलाकात नहीं कराई। कह दिया कि मुल्जिम जेल में नहीं आया है। 7 नवंबर को उनकी मृत्यु होना दर्शा दिया। इस प्रकरण की मजिस्ट्रेटी जांच डीएम के आदेश पर एडीएम सिटी को सौंपी गई है।
