दिल्ली में एआई ग्राइंड चैलेंज की शुरुआत, छात्रों के बीच पहुंचे अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला
नई दिल्ली। अंतरिक्ष यात्री एवं भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला ने युवाओं से 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने में योगदान देने का आग्रह किया है। दिल्ली सरकार के एआई ग्राइंड चैलेंज की शुरुआत के अवसर पर रविवार को शुक्ला ने छात्रों से यह अपील की।
उन्होंने छात्रों के साथ अंतरिक्ष में अपने अनुभव साझा किए और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी में कृत्रिम बुद्धिमता (एआई) की भूमिका पर प्रकाश डाला। अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन की यात्रा करने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुक्ला ने छात्रों से कहा, ‘‘आप भविष्य हैं। मैं आपसे कार्य करने का आह्वान करता हूं। आपको 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को साकार करने के लिए काम करना होगा।’’
इस साल की शुरुआत में, शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आईएसएस) का दौरा करने वाले पहले भारतीय बने। अठारह दिनों के मिशन के बाद वह 17 अगस्त को अमेरिका से भारत लौटे। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इस अवसर पर कहा कि एआई ग्राइंड भारत का पहला शहर-केंद्रित एआई नवाचार इंजन है।
गुप्ता ने कहा कि छह महीने तक चलने वाले इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिल्ली के स्कूलों, समुदायों और उद्योगों को एक साथ लाना है, ताकि वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का समाधान सहयोगात्मक रूप से विकसित किया जा सके। उन्होंने कहा कि यह पहल दिल्ली को एआई-आधारित नवाचार के अग्रणी केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
मुख्यमंत्री ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘ दिल्ली एआई ग्राइंड भारत का पहला शहर-आधारित एआई नवाचार इंजन है। अपनी तरह का यह सबसे बड़ा कार्यक्रम छह महीने तक चलेगा। इसका उद्देश्य है कि दिल्ली के स्कूल, समुदाय और उद्योग एक साथ मिलकर वास्तविक चुनौतियों के समाधान तैयार करें। यह कदम दिल्ली को एआई आधारित नवाचार के केंद्र के रूप में आगे बढ़ाने की दिशा में एक बड़ा प्रयास है।’’
