Moradabad: जिले में फल-फूल रहा ई-रिक्शा चार्जिंग का अवैध धंधा, कनेक्शन दो किलोवाट मगर चार्जिंग 24 घंटे
मुरादाबाद, अमृत विचार। जिले में बिजली विभाग के जेई और लाइनमैन की मिलीभगत से ई-रिक्शा बैटरी चार्जिंग का अवैध कारोबार चरम पर है। दो किलोवाट के घरेलू कनेक्शन लेकर 24 घंटे लगातार बैटरी चार्जिंग की जा रही है, जबकि इतना भारी लोड सामान्य कनेक्शन पर बिल्कुल भी अनुमन्य नहीं है। विभाग को धोखा देकर चल रहे इन चार्जिंग कारखानों ने कई मोहल्लों को फॉल्ट और ओवरलोडिंग का बड़ा कारण बने है। लोगों का आरोप है कि साइड से कटिया डालकर रिक्शा चार्जिंग करने का कारोबार चल रहा है।
रविवार को इन मोहल्ले नबाबपुरा, चक्कर की मिलक और असालतपुरा अवैध चार्जिंग के सबसे बड़े ठिकाने देखने को मिले।नबाबपुरा,घोसियों की पुलिस और छड़ियों वाले मैदान के बीच चार से पांच ठिकाने ई रिक्शा चार्जिंग अवैध रूप से संचालित है। चक्कर की मिलक बढ़ई वाली में डी आई जी कार्यालय से आगे दो चार्जिंग कारखाने और असालतपुरा क्षेत्रों में कई जगहों पर ई-रिक्शा चार्जिंग की बड़ी-बड़ी यूनिटें चल रही हैं। इनमें से ज्यादातर के पास घरेलू या दो किलोवाट का कनेक्शन है,लेकिन मशीनें और चार्जिंग बोर्ड 10-15 किलोवाट तक बिजली खींचते हैं।
स्थानीय लोगों का कहना है कि इन कारखानों की जानकारी विभागीय कर्मचारियों को पहले से होती है, लेकिन सांठगांठ के कारण न तो जांच होती है और न ही किसी पर कार्रवाई।इन मोहल्लों में पिछले कई महीनों से बार-बार फाल्ट होने की स्थिति बनी हुई है। ट्रांसफॉर्मर गरम होना,लाइनों का ट्रिप होना जैसी समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। लगातार ओवरलोडिंग का दबाव झेल रही लाइनों में फॉल्ट आम हो गए हैं। कई बार तो सुबह से लेकर दोपहर तक या देर रात से सुबह तक बिजली पूरी तरह गायब रहती है।
मुख्य अभियंता विद्युत वितरण खंड मुरादाबाद अशोक कुमार चौरासिया ने बताया कि जल्द ही महानगर में चल रहे ई रिक्शा चार्जिंग के ठिकानों पर छापेमारी कार्रवाई की जाएगी। जो कर्मचारी इसमें लिप्त मिला उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई के साथ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
