लियोन को ड्रॉप करने पर मचा बवाल... स्टीव स्मिथ ने तोड़ी चुप्पी, बोले: “कोई पर्सनल बात नहीं बस...

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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एडिलेड। ऑस्ट्रेलिया के कार्यवाहक कप्तान स्टीव स्मिथ ने इंग्लैंड के खिलाफ ब्रिस्बेन में खेले गए दूसरे एशेज टेस्ट में नाथन लियोन को अंतिम एकादश से बाहर रखने पर उठे विवाद को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा कि यह फैसला बल्लेबाजी क्रम को मजबूत करने के लिए लिया गया था और स्पिन गेंदबाजी के इस दिग्गज के खिलाफ कोई व्यक्तिगत शिकायत नहीं थी। यह पिछले 13 साल में पहला अवसर था जबकि लियोन को घरेलू टेस्ट मैच से बाहर किया गया। इस स्पिनर ने इसके बाद कहा था कि उनका मूड बेहद खराब है।

ऑस्ट्रेलिया की चयन समिति के अध्यक्ष जॉर्ज बेली ने कहा था कि लियोन को केवल इस मैच के लिए बाहर किया गया। उन्होंने एडिलेड में होने वाले तीसरे टेस्ट के लिए इस 38 वर्षीय स्पिनर को अंतिम एकादश में जगह देने की गारंटी दी थी। स्मिथ ने मैच के बाद फॉक्स स्पोर्ट्स पर कहा, ‘‘लियोन को लेकर कुछ भी व्यक्तिगत शिकायत नहीं है। वह पिछले कई वर्षों से हमारे मुख्य स्पिनर रहे हैं लेकिन बल्लेबाजी को मजबूत करने के लिए यह फैसला किया गया।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जिस तरह से हमारे पुछल्ले बल्लेबाज लगभग 50 ओवर तक टिके रहे, उससे हमें वह संतुलन मिला जिसकी हमें तलाश थी।’’

ऑस्ट्रेलिया ने रविवार को ब्रिस्बेन टेस्ट में बेन स्टोक्स की अगुवाई वाली इंग्लैंड की टीम को आठ विकेट से हराकर पांच मैचों की श्रृंखला में 2-0 की बढ़त बना ली। आस्ट्रेलिया के पुछल्ले बल्लेबाजों में तेज गेंदबाज मिशेल स्टार्क ने 77 रन की पारी खेली जबकि तेज गेंदबाज माइकल नेसर (16) और ब्रेंडन डोगेट (13) ने भी अच्छा योगदान दिया। इस बीच ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष क्रम के बल्लेबाज मार्नस लाबुशेन ने संकेत दिया है कि चयनकर्ता 17 दिसंबर से एडिलेड टेस्ट के लिए टीम में संतुलन सुनिश्चित करने के लिए लियोन को अंतिम एकादश में शामिल कर सकते हैं।

आईसीसी के अनुसार लाबुशेन ने कहा, ‘‘मैं चयनकर्ता नहीं हूं, लेकिन मैं यही कहूंगा कि जिस तरह से उन्होंने (चयनकर्ताओं ने) इस मैच को लेकर अपना आकलन किया उसके आधार पर उन्होंने यह तय किया कि मैच जीतने का सबसे अच्छा तरीका क्या है। वे परिस्थितियों के अनुसार फैसला करते हैं।’’ 

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