इंडिगो के खिलाफ सरकार का सख्त एक्शन, DGCA ने उड़ानों की संख्या पांच प्रतिशत घटाने का दिया निर्देश
नई दिल्ली। नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने निजी विमान सेवा कंपनी इंडिगो को उड़ानों की संख्या में पांच प्रतिशत की कटौती करने का निर्देश दिया है। देश के विमानन नियामक ने इस साल अक्टूबर और नवंबर के आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा है कि उसने विंटर शिड्यूल में जितनी उड़ानों के लिए स्लॉट लिया था वह उनका परिचालन अच्छी तरह करने में विफल रही है। इसे देखते हुए उससे अपनी उड़ानों की संख्या पांच
प्रतिशत कम करने के लिए कहा गया है, खासकर उच्च मांग वाले और ऐसे सेक्टरों पर जहां एक मात्र उड़ान इंडिगो की है। इंडिगो को सोमवार को भेजे गये नोटिस में डीजीसीए ने 10 दिसंबर शाम पांच बजे तक संशोधित शिड्यूल सौंपने का निर्देश दिया है।
इंडिगो ने सितंबर से शुरू हुए विंटर शिड्यूल में हर सप्ताह 15,014 उड़ानों की घोषणा की थी। पांच प्रतिशत कटौती का मतलब है कि उसे हर सप्ताह 750 उड़ानें कम करनी होंगी। नियामक ने बताया कि शिड्यूल के मुताबिक इंडिगो को नवंबर में 64,346 उड़ानों का संचालन करना था जबकि उसने मात्र 59,438 उड़ानों का संचालन किया और 951 उड़ानें रद्द रहीं।
इसके अलावा उसके बेड़े में मौजूद 403 विमानों में से अक्टूबर में एयरलाइंस ने मात्र 339 विमानों और नवंबर में 344 विमानों का परिचालन किया। उल्लेखनीय है कि दिसंबर में हजारों की संख्या में इंडिगो की उड़ानें रद्द होने के बाद सरकार ने मामले की जांच के लिए एक चार सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। विशेषकर 05 दिसंबर को इंडिगो की करीब 1,500 उड़ानें रद्द रही थीं।
