Bareilly: नई दुल्हन ने पहले बॉयफ्रेंड संग मनाई सुहागरात...फिर शौहर के साथ मिलकर कर दी प्रेमी की हत्या
बरेली, अमृत विचार। नगमा की शादी एक महज एक महीना पहले हुई थी। मगर नगमा के सिर हवस और लालच का भूत सवार था। बस इसी हवस और लालच ने न सिर्फ उसे कातिल बनाया, बल्कि शौहर शानू को भी एक युवक के खून से अपने हाथ रंगने पड़े। चंद दिन पहले शादी होकर आई नगमा अपनी सुहागरात मुकेश नाम के शख्स के साथ मना रही थी। शौहर ने नगमा की करतूत अपनी आंखों से देखी तो शर्मसार होकर कहा कि मुकेश के साथ ही चली जा। मगर धर्म की दुहाई देकर नगमा ने अपने शौहर शानू का साथ चुना और उसके साथ मिलकर मुकेश की हत्या कर दी।
दरअसल बीती पांच दिसंबर को हाफिजगंज थाना क्षेत्र में एक खेत पर मोहल्ला चौधरी कस्बा सेमल के रहने वाले मुकेश (22) का शव मिला था। पोस्टमार्टम में हत्या की पुष्टि हुई थी। लिहाजा मुकेश के भाई किशोर की तहरीर पर हाफिजगंज थाने में हत्या का मुकदमा लिखा गया। अब पुलिस को तलाश थी कातिलों की लिहाजा कड़ियों को जोड़ना शुरू किया गया तो नवाबगंज के रहने वाले नव दंपति तक तार पहुंचे। इनको पकड़कर पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो हत्या का राज खुल गया। मंगलवार को ग्राम टांडा सादात थाना नवाबगंज निवासी दंपति शानू अली और नगमा सूचना को गिरफ्तार किया। एसपी उत्तरी मुकेश चंद्र मिश्र ने बताया कि दोनों आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेजा गया है।
छिपकर मुकेश से बात करती थी नगमा
पुलिस को पूछताछ में पता चला कि करीब एक महीना पहले सेंथल की रहने वाली नगमा से उसका निकाह हुआ था। दो-तीन दिन गांव में रहने के बाद वह नगमा को लेकर महाराजगंज चला गया। जहां नगमा समेत शानू का पूरा परिवार भट्टे पर काम कर रहा था। उसे महूसस हुआ कि नगमा किसी से फोन पर बात करती है। एक दिन किसी लड़के से फोन पर बात करते हुए भी नगमा को पकड़ लिया। उसके फोन में एक युवक का फोटो भी मिला, काफी पूछने पर पता चला की युवक का नाम मुकेश है। नगमा ने भरोसा दिलाया कि वह मुकेश से बात करना छोड़ देगी।
मुकेश और नगमा को आपत्तिजनक हालत में पकड़ा
इस बीच नगमा की मां का ऑपरेशन होना था लिहाजा महाराजगंज 27 नवंबर को दोनों बरेली वापस आ गए। बरेली आने के बाद नगमा को फोन पर बात करते सुना, वह मुकेश को रात में घर बुला रही थी। इस बात से उसको काफी गुस्सा आया। इस बार मुकेश का पता निकालकर उसको शानू ने समझाया। मगर वह कहने लगा कि नगमा को भगाकर ले जाएगा। रात को एक दिन शानू घर आया तो नगमा और मुकेश आपत्तिजनक हालत में थे। उसे देखकर दोनों अपने कपड़े पहनने लगे। शानू ने मुकेश को पीटना शुरू कर दिया। लेकिन नगमा उसको बचाने लगी।
चौराहे तक छोड़ने के बहाने खेत में हत्या
शानू के मुताबिक उसने नगमा से कहा कि या तो वह मुकेश के साथ चली जाए या उसके साथ ही रहे। मगर नगमा ने दोनों के धर्म अलग होने की दुहाई दी। साथ बताया कि मुकेश के फोन में उसके आपत्तिजनक फोटो भी हैं। मुकेश घर में ही मौजूद था लेकिन शानू ने किसी तरह उससे बचकर नगमा से बात की और घर से चौराहे तक छोड़ने के बहाने उसी रहात हत्या का प्लान बना लिया। दोनों मुकेश को बातों में उलझाकर जंगल के रास्ते दरगाह के पास से बाग में ले गये। मुकेश को शक हुआ तो वह भागा मगर उसे गेहूं के खेत में दोनों ने पकड़ लिया और फिर उसकी पसलियों पर पैरों से वार करते हुए पीट-पीटकर हत्या कर दी।
मुकेश से पैसे वसूलना चाहती थी नगमा
वारदात के अगले दिन सुबह नगमा और शानू महाराजगंज जाने के लिए निकल गए। रास्ते में मुझेना जागीर के पास नदी में मुकेश का मोबाइल तोड़कर फेंक दिया। शानू के मुताबिक नगमा मुकेश की हत्या के बाद एक और चौकाने बात उसे बताई। नगमा ने बताया कि वह मुकेश के घरवालो से उसका पीछा छोड़ने के लिए एक लाख रुपये मांग रही थी। मगर मुकेश के घर वालों ने पैसे नहीं दिये। इससे पहले भी वह पिछले साल अपने गांव के तसलीम को बलात्कार के आरोप में फंसाकर लाखों रुपये वसूल चुकी थी। नगमा के मुताबिक अगर मुकेश के घर वाले भी उसे पैसे दे देते तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती।
