जयराम रमेश ने राजनाथ को सौंपी मणिबेन की डायरी: नेहरू पर उनके दावे को बताया गलत, बाबरी मस्जिद से जुड़ा है मामला
नई दिल्ली। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने बृहस्पतिवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को वल्लभभाई पटेल की पुत्री मणिबेन पटेल की गुजराती में लिखी डायरी की प्रविष्टियों की एक प्रति सौंपी और उन्हें बताया कि उनमें उनके इस दावे का कोई जिक्र नहीं है कि पंडित जवाहरलाल नेहरू सरकारी धन का उपयोग करके बाबरी मस्जिद का निर्माण कराना चाहते थे। संसद के मकर द्वार के बाहर रक्षा मंत्री के कार से उतरते ही रमेश ने उनसे मुलाकात की।
रमेश ने सिंह को बताया कि वह विशेष रूप से उनके लिए गुजराती में मणिबेन पटेल की डायरी प्रविष्टियां लाए हैं, जिस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘हमारे पास यह अंग्रेजी में है।’’ गुजराती में मूल डायरी प्रविष्टियों वाले कागजात एक पुस्तक में प्रकाशित हुए हैं। इसका हिंदी अनुवाद भी उन्हें सौंपते हुए रमेश ने उन्हें इसे पढ़ने के लिए कहा।
राजनाथ सिंह ने जवाब दिया कि उन्हें गुजराती नहीं आती है। कांग्रेस नेता ने कहा कि डायरी की प्रविष्टियों में सिंह के इस दावे का कोई उल्लेख नहीं है कि नेहरू सार्वजनिक धन का उपयोग करके बाबरी मस्जिद का निर्माण करना चाहते थे। रमेश ने रक्षा मंत्री के एक हालिया बयान का हवाला देते हुए बीते छह दिसंबर को कहा था कि देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू के बारे में ‘‘झूठ फैलाने’’ के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए।
उन्होंने यह दावा भी किया था कि राजनाथ सिंह ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ अपने रिश्ते को बेहतर करने के मकसद से यह बयान दिया। राजनाथ सिंह ने पिछले दिनों गुजरात में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि जवाहरलाल नेहरू सरकारी धन से ‘बाबरी मस्जिद’ बनवाना चाहते थे, लेकिन सरदार वल्लभभाई पटेल ने उनकी योजना सफल नहीं होने दी।
