1988 में बैलों से हल चलाकर शुरू की खेती.. आज लगाते हैं सवा लाख का चश्मा, पद्मश्री किसान रामसरन ने सीएम योगी को सुनाए अपनी मेहनत के किस्से

Amrit Vichar Network
Published By Deepak Mishra
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बाराबंकी, अमृत विचार। बाराबंकी के दौलतपुर में आयोजित खेती की बात खेत पर कृषक सम्मेलन में पद्मश्री किसान रामसरन वर्मा ने प्रदेश के किसानों की ओर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने कृषि क्षेत्र में रामराज्य जैसा माहौल बना दिया है।

रामसरन वर्मा ने छोटे और लघु सीमांत किसानों को प्रदेश की असली ताकत बताते हुए कहा कि उनकी बढ़ती आमदनी ही प्रदेश को विकास की दिशा में आगे बढ़ा रही है। उन्होंने समर्थन मूल्य, गन्ना किसानों को लाभ और विभिन्न कृषि अनुदानों को किसानों की तरक्की का बड़ा आधार बताया।

अपने अनुभव साझा करते हुए वर्मा बोले कि 1988 में उन्होंने बैलों से हल चलाकर खेती शुरू की थी और आज प्रगतिशील किसान बन चुके हैं। उन्होंने कहा आज हम सवा लाख का चश्मा पहनते हैं, यह सब सरकार की देन है। उनके इस बयान पर पूरा पंडाल ठहाकों से गूंज उठा। नामों की सूची पढ़ते समय जब उनका अपना नाम आया तो वह खुद ही बोल पड़े यह तो हमारा नाम है। जिस पर सीएम योगी भी हंस पड़े।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रामसरन वर्मा के खेत पर किसान पाठशाला का शुभारंभ करने पहुंचे थे। उन्होंने कृषि प्रक्षेत्र का निरीक्षण किया, विभिन्न कृषि स्टालों को देखा और प्रगतिशील किसानों से मुलाकात की। सीएम ने किसान पाठशाला का उद्घाटन करते हुए किसानों को प्रशस्ति पत्र देकर उनका सम्मान भी किया। इस मौके पर कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, राज्यमंत्री बलदेव सिंह और राज्यमंत्री सतीश शर्मा ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया।

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