SIR में ढिलाई नहीं, हर स्तर पर जवाबदेही तय, मुख्यमंत्री ने प्रशासन और संगठन को दिए सख्त संदेश
एसआईआर के जरिए लोकतंत्र की शुचिता पर फोकस, कार्यकर्ताओं को सौंपी गई निगरानी की जिम्मेदारी। गोरखपुर में सीएम ने की समीक्षा बैठक, मंडल स्तर तक हो चुकी हैं एसआईआर की बैठकें।
लखनऊ/गोरखपुर, अमृत विचार: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) अभियान को लेकर प्रशासन और संगठन दोनों को सख्त संदेश दिया है। गोरखपुर में आयोजित समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि मतदाता सूची की शुद्धता से किसी भी स्तर पर समझौता नहीं किया जाएगा। एसआईआर में किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं होगी और हर स्तर पर जवाबदेही तय की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र की मजबूती की बुनियाद निष्पक्ष और शुद्ध मतदाता सूची है, इसलिए इस अभियान को पूरी गंभीरता और पारदर्शिता के साथ अंजाम दिया जाए। मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं की बैठक में फीडबैक लिए और अधिकारियों को निर्देश दिए कि विशेष गहन पुनरीक्षण के दौरान एक भी अपात्र नाम मतदाता सूची में न रहने पाए और किसी भी पात्र नागरिक का नाम छूटने न पाए। उन्होंने कहा कि एसआईआर केवल प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं है, बल्कि लोकतंत्र की शुचिता से जुड़ा अत्यंत महत्वपूर्ण कार्य है। इसमें लापरवाही सीधे जनविश्वास को प्रभावित करती है।
बैठक में मुख्यमंत्री को बताया गया कि एसआईआर को लेकर मंडल स्तर तक समीक्षा बैठकें पूरी कर ली गई हैं और जिलों में कार्य तेजी से चल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंडल और जिला स्तर पर समन्वय बनाकर कार्य किया जाए, ताकि किसी भी प्रकार की तकनीकी या प्रक्रियात्मक अड़चन न आए। अभियान में राजनीतिक और सामाजिक भागीदारी को भी अहम बताते हुए मुख्यमंत्री ने संगठन के कार्यकर्ताओं को निगरानी की जिम्मेदारी सौंपी। उन्होंने कहा कि बूथ स्तर पर कार्यकर्ता मतदाता सूची के सत्यापन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया कि वे घर-घर संपर्क कर यह सुनिश्चित करें कि फर्जी, मृतक या अपात्र मतदाताओं के नाम सूची से हटें और पात्र नागरिकों के नाम अनिवार्य रूप से जोड़े जाएं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट किया कि एसआईआर के दौरान की गई लापरवाही या जानबूझकर की गई अनदेखी पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी जिम्मेदार माने जाएंगे। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष चुनाव और मजबूत लोकतंत्र के लिए यह जरूरी है कि मतदाता सूची पूरी तरह त्रुटिरहित हो।
