Welcome 2021: कोरोना को है हराना लेकिन नया साल भी तो है मनाना, अपनाएं ये तरीके
साल 2020 विदा ले रहा है और 2021 नई उम्मीदों के साथ आने को बेताब है। एक-दूसरे को हैप्पी न्यू ईयर बोलने का सिलसिला अब जल्द ही शुरू होने वाला है। हर बार आने वाले नये साल की तुलना में इस बार आ रहा ये नया साल कुछ अलग है। मुख्य कारण एक ही है- …
साल 2020 विदा ले रहा है और 2021 नई उम्मीदों के साथ आने को बेताब है। एक-दूसरे को हैप्पी न्यू ईयर बोलने का सिलसिला अब जल्द ही शुरू होने वाला है। हर बार आने वाले नये साल की तुलना में इस बार आ रहा ये नया साल कुछ अलग है। मुख्य कारण एक ही है- कोरोना वायरस। कोरोना ने 2020 में जितनी तबाही मचाई विगत कुछ सालों में शायद ही किसी बीमारी या वायरस ने मनुष्य जाति को इतना अधिक परेशान किया हो।
2020 में कई सारे लोगों ने जीवन में पहली बार लॉकडाउन शब्द को सुना, समझा और इसे जिया भी। यह कोरोना का कहर ही था, जोकि कुछ हद तक अभी भी कायम है कि भारत समेत दुनियाभर के अधिकांश देशों की न सिर्फ सीमाएं बल्कि लोगों के घरों के खिड़की-दरवाजे भी लॉकडाउन के चलते बंद हो गए। भारत में कई लोगों ने यह अनुभव किया कि जब से इस देश में रेल संचालन शुरू हुआ है शायद ही किसी बीमारी या वायरस की वजह से ट्रेन के पहिए थम गए हों। लेकिन ये कोरोना का कहर ही था जिसने देश की रेल पटरियों को भी वीरान कर दिया।

हजारों का तादाद में अपने घर-गांव से दूर जाकर बड़े शहरों में नौकरी करने वाला एक बड़ा तबका कोरोनाकाल में अपने घर पहुंचने की जिद लिए पैदल ही देश की सड़कें नापने निकल पड़ा। कंधों पर जिम्मेदारियों का बोझ और आंखों में बस एक ही सपना कि किसी तरह अपने गांव की मिट्टी नसीब हो जाए तो कोरोना से मुकाबला भी कर लेंगे। इन मजदूरों का यह दर्द देख शायद ही कोई ऐसा हो जिसकी आंखे 2020 में नम ना हुई हों।
खैर 2020 के खत्म होते-होते धीरे-धीरे अब जन जीवन सामान्य होने की ओर अग्रसर है। लॉकडाउन की पाबंदियों में छूट मिल चुकी है, यातायात सुचारू रुप से बहाल करने के लिए दुनियाभर की सरकारें प्रयासरत हैं और सबसे बड़ी बात लोग 2021 को सेलिब्रेट करने को तैयार बैंठे हैं। ऐसे में हमें इस नाजुक मौके पर यह समझना ही होगा कि बस यही वो समय है यही वो क्षण है या कहें कि यही वो जगह है जब खतरा है….

नया साल मनाने की तैयारी कहीं पड़ ना जाए भारी
यूं तो पूरे देश में हर राज्य ने अपने-अपने राज्य के हिसाब से कोरोना को देखते हुए गाइडलान्स जारी कर रखीं हैं। लेकिन देश में कोरोना के माहौल को देखते हुए हर व्यक्ति की यह व्यक्तिगत जिम्मेदारी बनती है कि नये साल के जश्न में वह इस कदर भी न डूब जाए कि लोगों में संक्रमण बढ़ने की संभावना बढ़ जाए।
कोरोना के इस समय में नया साल मनाने के लिए अगर आप बाहर जाकर ही पार्टी करना चाहते हैं तो इसके लिए आपको पहले से कुछ तैयारियां कर लेनी चाहिए। साधारण नियम जिनके बारे में अब सभी को पता है कि मॉस्क लगाकर ही घर से निकलें, आपस में हाथ ना मिलाएं, साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें, इन सबका तो आपको पालन करना ही चाहिए, लेकिन अतिरिक्त सावधानी बरतते हुए अगर आपको सर्दी-जुकाम-खांसी या बुखार जैसे लक्षण हैं तो बेहतर है कि न्यू ईयर की पार्टी घर पर ही मनाएं और अगर बाहर जाना ही है तो एक बार आप ऐहतियातन कोरोना टेस्ट भी करा सकते हैं। जिसके बाद आप पूरी तरह से निश्चिंत होकर बेसिक सावधानियों का ध्यान रखते हुए नये साल की पार्टी पर जा सकते हैं।

बेहतर होगा कि परिवार के साथ ही मनाएं नया साल
नये साल से पहले कोरोना का वार और इसका एक नया स्ट्रेन भी सामने आया है। जिसे देखते हुए बेहतर यही है कि आप अपने परिवार और कुछ खास मित्रों के साथ 2021 का स्वागत सुरक्षित रूप से करें। होटलों, क्लब और भीड़ भरे पार्टी वाले स्थानों से दूर ही रहें तो यह सर्वाधिक उचित होगा। सबसे पहले तो आप घर पर ही नया साल सेलिब्रेट कर सकते हैं।
इसके अलावा अगर आप बाहर जाकर ही सेलिब्रेट करना चाहते हैं तो कोई एक स्थान चुनकर उसके लिए अनुमित लेकर आप परिवार और कुछ खास मित्रों के साथ आउटडोर में भी सेलिब्रेट कर सकते हैं। चूंकि आप और आपके परिवार का हर सदस्य जोकि आपकी जानकारी में इस वायरस से पहले से सुरक्षित है उनके साथ पार्टी करने से आप कोरोना को हराने से देश की मदद कर पाएंगे।

जानिए क्या हैं यूपी में नया साल मनाने की सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस
अगर आप उत्तर प्रदेश में रहते हैं और नया साल सेलिब्रेट करना चाहते हैं तो इसके लिए पहले आपको यूपी सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस जरूर जान लेनी चाहिए। कोरोना संक्रमण को देखते हुए सरकार ने नये साल को लेकर अपनी तरफ से गाइडलाइन जारी कर दी हैं। आपको बता दें कि सरकार की ओर से मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी ने यह गाइडलाइन जारी की हैं।
कार्यक्रम की इजाजत के लिए जिला प्रशासन को आवेदन पत्र लिखना होगा। इसमें आयोजनकर्ता का नाम, पता, मोबाइल नंबर, कार्यक्रम में शामिल होने वाले लोगों की संख्या बतानी होगी। ये जानकारी देने के बाद ही जिला प्रशासन से कार्यक्रम की मंजूरी मिल सकती है। आयोजन स्थल पर कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना अनिवार्य होगा और यह संबंधित आयोजक की जिम्मेदारी होगी। साथ ही मास्क, सैनिटाइजर, थर्मल स्कैनिंग, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना भी अनिवार्य होगा। गाइडलाइन में कहा गया कि हॉल या कमरे जैसी बंद जगहों पर क्षमता के 50 फीसदी लोग ही इकट्ठा हो सकेंगे। एक समय पर 100 से ज्यादा लोगों को शामिल होने की अनुमति नहीं है।
गाइडलाइन में कहा गया है कि नए साल पर कार्यक्रमों को लेकर कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए प्रचार-प्रसार किया जाए। लोगों को नया साल सार्वजनिक स्थानों पर ना मनाकर अपने घरों में ही मनाए जाने के लिए प्रेरित किया जाए। साथ ही कार्यक्रम स्थलों के आसपास पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था प्रभावी ढंग से सुनिश्चित कराए जाने को भी कहा गया है। कार्यक्रम स्थलों की निगरानी के लिए ड्रोन कैमरे की मदद भी ली जा सकती है। इसके अलावा कार्यक्रम स्थल पर मास्क ना लगाने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
नए साल के मौके पर भड़काऊ एवं विद्वेष फैलाने वाली पोस्ट को लेकर सोशल मीडिया पर भी नजर रहेगी। मंदिर की दुकानों और बार के आस-पास पर्याप्त पुलिस बल लगाया जाएगा। वहीं, रात के समय दो पहिया या चार पहिया वाहन चालकों की जांच की जाएगी।
उत्तर प्रदेश के अलावा अगर आप अन्य राज्यों से आते हैं तो वहां की राज्य सरकारों ने भी अपने-अपने प्रदेशों के हालातों के हिसाब से गाइडलाइन जारी की हैं जिन्हें जान लेना आपके लिए बेहद जरूरी है।

जानिए कर्नाटक सरकार कब तक लगायी पाबंदी
कर्नाटक सरकार ने कोरोना के नये स्ट्रेन को रोकने के लिए सरकार ने 30 दिसंबर से 2 जनवरी तक सभी पब, क्लबों और रेस्त्रां में नये साल के जश्न पर रोक लगा दी है। हालांकि राज्य सरकार ने हाल ही में लगाये गये नाइट कर्फ्यू को हटाया है।
महाराष्ट्र में है नाइट कर्फ्यू
कोरोना वायरस संक्रमण को देखते हुए महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में 22 दिसंबर से लेकर 5 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लगाया हुआ है। इसके तहत हर रोज 7 घंटे तक रात में कर्फ्यू लागू रहेगा। इसका समय रात 11 से सुबह 6 बजे तक है। अधिकांश शहरों में सार्वजनिक स्थलों पर नए साल का जश्न मनाने पर रोक लगा दी गई है।
उत्तराखंड सरकार ने लिया ये फैसला
उत्तराखंड सरकार ने भी नये साल को लेकर सख्त दिशानिर्देश भी जारी किये हैं। दिशा-निर्देश के अनुसार देहरादून, ऋषिकेश और मसूरी के सभी पब और रेस्त्रां पर नये साल के जश्न पर रोक लगा दी गयी है और इसका पालन नहीं करने वालों पर कार्रवाई की चेतावनी भी जारी कर दी गयी है।

हिमाचल प्रदेश में नाइट कर्फ्यू
हिमाचल प्रदेश सरकार ने भी कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर 8 जिलों में 5 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू लगाया दिया है। जिसके बाद शिमला, कांगड़ा, कुल्लू और मंडी समेत प्रमुख स्थानों पर नये साल के जश्न मनाने पर रोक है। गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्ती भी की जाएगी।
पंजाब में भी 1 जनवरी तक नाइट कर्फ्यू
पंजाब में कोरोना संक्रमण को देखते हुए 1 जनवरी तक रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाया गया है। गाइडलाइन के अनुसार एक जगह पर 250 से अधिक लोगों के जमा होने पर पाबंदी लगा दी गयी है।
राजस्थान में नये साल के जश्न पर पाबंदी
नया साल के जश्न को लेकर राजस्थान सरकार ने भी 31 दिसंबर की रात 8 बजे से 1 जनवरी 2021 की शाम 6 बजे तक एक लाख या से अधिक आबादी वाले शहरों पर कर्फ्यू लगाने की घोषणा की है, गाइडलाइन के अनुसार सभी बाजारों को 7 बजे तक बंद करने का निर्देश दिया गया है।
तो नया साल मनाने के लिए आप इन गाइडलाइंस का पालन करते हुए सेलिब्रेट कर सकते हैं।
