बरेली: डेंटल कॉलेज में मनाया गया मैक्सोफेशियल सर्जरी-डे
अमृत विचार, बरेली। रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के परिसर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेस बरेली के सर्जरी विभाग में शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जन दिवस मनाया गया। इसमें डेंटल सर्जनों के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया। बताया कि ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी की एक सर्जिकल विशेषता है जो चेहरे …
अमृत विचार, बरेली। रोहिलखंड मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल के परिसर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ डेंटल साइंसेस बरेली के सर्जरी विभाग में शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जन दिवस मनाया गया। इसमें डेंटल सर्जनों के सामने आने वाली चुनौतियों पर प्रकाश डाला गया। बताया कि ओरल और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी की एक सर्जिकल विशेषता है जो चेहरे की पुनर्निर्माण सर्जरी, आघात की सर्जरी, ओरल कैविटी, सिर और गर्दन, मुंह और जबड़े के साथ चेहरे की कॉस्मेटिक सर्जरी पर ध्यान केंद्रित करती है।
वक्ताओं ने बताया 13 फरवरी को इंटरनेशनल ओरल और मैक्सिलोफेशियल के रूप में मनाया जाता है। यह दिन मौखिक और मैक्सिलोफेशियल सर्जरी में रोगी की देखभाल शिक्षा, अनुसंधान की उन्नति के माध्यम से दुनियाभर में स्वास्थ्य देखभाल की गुणवत्ता और सुरक्षा में सुधार के लिए महत्वपूर्ण भूमिका मौखिक और मैक्सिलोफेशियल सर्जन पर जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
बताया गया कि मैक्सिलोफेशियल सर्जन चेहरे की कठोर और कोमल चोटों, मुंह के कैंसर, जबड़े, गर्दन और जन्म दोष जैसे फटे होंठ और तालु व अन्य जन्मजात चेहरे की विकृति का इलाज करते हैं। संस्थान के प्रमुख डा. रमाकांत डंडरियाल व प्रिंसिपल सत्यजीत नायक ने ओरल एवं मैक्सिलोफेशियल सर्जरी से संबंधित विषयों पर चर्चा की। इससे संबंधित बीमारियों के बारे में जनता के बीच जाकर जागरूकता फैलाने पर जोर दिया। इस दौरान संस्थान के एडमिनिस्ट्रेशन अफसर सीएस कांडपाल भी मौजूद रहे।
