खटीमा: गंदगी से पटे खकरा व ऐंठा नाले की दुर्गंध से मिलेगी निजात
खटीमा, अमृत विचार। राज्य आंदोलन की अग्रणी भूमि खटीमा के सीएम हाॅट सीट बनते ही लंबित विकास योजनाओं को गति मिलने लगी है। सोमवार को उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी शहरी विकास के अंतर्गत टाटा कंसल्टेंसी कंपनी ने पालिका क्षेत्र के अंतर्गत शहर की विस्तृत कार्य योजना डीपीआर का सर्वेक्षण शुरू किया। इसके अंतर्गत सीवरेज, …
खटीमा, अमृत विचार। राज्य आंदोलन की अग्रणी भूमि खटीमा के सीएम हाॅट सीट बनते ही लंबित विकास योजनाओं को गति मिलने लगी है। सोमवार को उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवलपमेंट एजेंसी शहरी विकास के अंतर्गत टाटा कंसल्टेंसी कंपनी ने पालिका क्षेत्र के अंतर्गत शहर की विस्तृत कार्य योजना डीपीआर का सर्वेक्षण शुरू किया। इसके अंतर्गत सीवरेज, पेयजल समेत गंदगी से अटे खकरा व ऐंठा नाले को भूमिगत कर सड़क व वेंडर जोन आदि की भी संभावनाओं की तैयारी है। इससे निकट भविष्य में नगर के बीचों बीच गंदगी से पटे नालों की दुर्गंध से निजात की उम्मीद जग गई है।
बता दें कि गर्मी के मौसम में नगर के बीचो बीच से गुजरते खकरा व ऐंठा नाला नासूर बन जाते हैं। दोनों नालों से उठती दुर्गंध से संक्रामक रोग की आशंका बनी रहती है और इससे नाले के किनारे के लोगों के दर्द को अमृत विचार पूर्व में उठा चुका है। इधर, तीन-चार दिन पहले उत्तराखंड अर्बन सेक्टर डेवपलपमेंट एजेंसी शहरी विकास के अंतर्गत की टीम निरीक्षण कर चुकी है।
सोमवार को वृहद सर्वें के लिए टाटा कंसल्टेंसी को सर्वे का काम सौंप दिया गया है। हल्द्वानी से पीआईयू के सहायक अभियंता कृष्ण कुमार बुघानी के निर्देशन में टाटा कंसल्टेंसी की टीम ने सर्वे किया। सर्वे के बाद सहायक अभियंता बुघानी ने बताया कि इसमें मुख्य रूप से सीवर लाइन, पेयजल के साथ ही विकास के लिए विस्तृत सर्वे किया जा रहा है। इसमें खकरा व ऐंठा नाले के ऊपर आरसीसी, फुटपाथ व वेंडिंग जोन का भी सर्वे शामिल है। सर्वे कार्य कुछ दिन में पूरा कर डीपीआर तैयार की जा रही है। इस दौरान भाजपा नगर अध्यक्ष सतीश गोयल, सभासद पावस गुप्ता आदि ने भी सर्वे टीम से जानकारी ली।
