रुद्रपुर: साइबर सेल की तत्परता से साइबर ठगों के हौसले हुए पस्त, शिकायतों पर पीड़ितों को 11.25 लाख रुपए कराए वापस
रुद्रपुर, अमृत विचार। साइबर सेल की तत्परता से साइबर ठगों के हौसले पस्त हुए हैं। साइबर सेल ने लोगों के खाते से निकाले गए कुल 11.25 लाख रुपये संबंधित लोगों के खाते में वापस कराए हैं। रुपये वापस मिलने पर संबंधित लोगों ने साइबर सेल टीम का आभार जताया है। एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने …
रुद्रपुर, अमृत विचार। साइबर सेल की तत्परता से साइबर ठगों के हौसले पस्त हुए हैं। साइबर सेल ने लोगों के खाते से निकाले गए कुल 11.25 लाख रुपये संबंधित लोगों के खाते में वापस कराए हैं। रुपये वापस मिलने पर संबंधित लोगों ने साइबर सेल टीम का आभार जताया है।
एसएसपी एसटीएफ अजय सिंह ने बताया कि साइबर हेल्पलाइन को एक माह में कुल 558 वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायतें प्राप्त हुई थीं। इनमें 11.25 लाख रुपये की धनराशि को होल्ड कराया गया है। उन्होने बताया कि एक माह में साइबर सेल टीम ने ई-मेल और थाने में व्यक्तिगत शिकायतों पर पीडितों के 5.75 लाख रुपये व्यक्तिगत प्रयास से वापस कराए हैं। उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 में साइबर थाना गढवाल और कुंमाऊ की ओर से कुल 154 मामले एवं दो अभियोगों मे कुल 1.35 करोड़ रुपये पीड़ितो को वापस कराए जा चुके हैं।
इन लोगों के रुपये खाते में वापस कराए गए
देहरादून निवासी हरमोहिंदर सिंह के 1,10000 रुपये में से 65,000 रुपये
उत्तराकाशी निवासी विकास सिंह के 35000 रुपये
ऋषिकेश निवासी सुरभि गुप्ता के 28,000 रुपये
रुद्रपुर निवासी मिहिर कुमार दास के 82000 रुपये में से 40,000 रुपये
अल्मोड़ा निवासी विनोद कठैत के 30,000 रुपये
जसपुर निवासी मो. आरिफ के 16,199 रुपये
टीडीसी कॉलोनी, हल्दी (पंतनगर) निवासी पुष्कर सिंह रौतेला के 45,000 रुपये
मुखर्जीनगर निवासी अजयपाल के 80,000 रुपये
पंतनगर निवासी प्रभाकर जोशी के 42,000 रुपये
देहरादून निवासी सौरभ पंत के 37000 रुपये
देहरादून निवासी गजेंद्र प्रसाद के 5,66,634 रुपये में से 1,12000 रुपये
उत्तराकाशी निवासी दीपक सिंह के 44,995 रुपये
साइबर सुरक्षा टिप्स
रुद्रपुर। एसटीएफ कुमांऊ सीओ पूर्णिमा गर्ग ने बताया कि गूगल या अन्य किसी सर्च इंजन पर किसी कंपनी और बैंक का कस्टमर केयर नम्बर न ढूंढें। कस्टमर केयर का नंबर संबंधित कंपनी और बैंक की अधिकारिक वेबसाट से ही देखें। कस्टमर केयर पर बताकर फोन करने वाले व्यक्ति की बातो में न आएं और न ही उसे अपने वॉलेट और बैक संबंधी जानकारी साझा करें।
आनलाइन प्लेटफार्म पर खरीदारी या सामान बेचते समय द्वितीय पार्टी पर तत्काल विश्वास न करें। सामान को भौतिक रूप से देखने और विक्रेता एवं क्रेता से व्यक्तिगत रूप में मिलकर ही भुगतान करें। किसी भी सोशल साइट पर कम कीमत पर सामान खरीदने के विज्ञापन देखकर लालच में न आएं अधिकृत एवं विश्वसनीय वेबसाइटों से ही शॉपिंग करें। सामान ऑर्डर करते समय कैश ऑन डिलीवरी विकल्प का प्रयोग करें। साथ ही किसी अंजान व्यक्ति के बहकावे मे आकर किसी एप को डाउनलोड न करें।
