बरेली: नगर निगम गेट से एक माह का बच्चा चोरी
बरेली, अमृत विचार। शहर में बच्चा चोरी गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गया है। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर निगम गेट के सामने से 14 अक्टूबर की रात में परिवार के साथ सो रहे एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया। परिजनों ने डीएम से गुहार लगायी तो पुलिस ने तीन दिन बाद मामले …
बरेली, अमृत विचार। शहर में बच्चा चोरी गैंग एक बार फिर सक्रिय हो गया है। कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत नगर निगम गेट के सामने से 14 अक्टूबर की रात में परिवार के साथ सो रहे एक बच्चे का अपहरण कर लिया गया। परिजनों ने डीएम से गुहार लगायी तो पुलिस ने तीन दिन बाद मामले में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की है। पुलिस बच्चे के परिजनों से पूछताछ कर बच्चे की तलाश कर रही है।
कोतवाली क्षेत्र में दो महीने में बच्चा चोरी की दूसरी वारदात है। इससे पहले दामोदर स्वरूप पार्क के पास सड़क किनारे सो रहे बच्चे का अपहरण कर लिया गया था। हालांकि बच्चे को पुलिस ने बरामद कर लिया था लेकिन इस बच्चे का तीन दिन बाद भी सुराग नहीं लगा है। बच्चे के माता-पिता ने डीएम से मदद की गुहार लगाई है।
नगर-निगम गेट के पास झोपड़ी डालकर रहने वाली गीता ने बताया कि वह अपने पति इंद्रपाल के साथ पिछले कई सालों से बरेली में ही रह रहीं हैं। इंद्रपाल रिक्शा चलाकर किसी तरह परिवार का पेट पाल रहे हैं। बताया कि वह लोग मूलरूप से महोबा जिला स्थित थाना अजनर के गांव महुआबांध के रहने वाले हैं। 22 सितंबर को गीता ने एक बच्चे को जन्म दिया था। गीता ने बताया कि 14 अक्टूबर की रात वह और इंद्रपाल अपने एक माह के बच्चे के साथ सोए हुए थे।
देर रात इंद्रपाल की अचानक आंख खुली तो बच्चे को पास न देखकर हैरान रह गए। कुछ देर तक आसपास तलाश किया, साथियों से पूछताछ भी की लेकिन कुछ भी पता नहीं चला। इसके बाद दोनों आनन-फानन में कोतवाली पहुंचे लेकिन वहां से भी मायूसी ही हाथ लगी। इसके बाद शनिवार को एक बार फिर गीता और इंद्रपाल ने पुलिस की मदद मांगी लेकिन कोतवाली पुलिस न ही गीता के आंखों के आंसू रोक पाई और न ही कोई तसल्ली भरा जबाव दे सकी। हार-थक कर दंपति डीएम नितीश कुमार के पास पहुंचे और अपने बच्चे के अपहरण की बात बताते हुए फूट-फूटकर रोने लगे।
मामला डीएम के संज्ञान में आने के बाद कोतवाली पुलिस भी हरकत में आ गई। हालांकि शनिवार की देर शाम तक भी कोतवाली पुलिस बच्चे का कुछ भी पता नहीं लगा सकी। दूसरी तरफ पिछले दो दिनों से बेटे के लापता होने के बाद गीता का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है।
इलाके में नहीं है सीसीटीवी कैसे पता चले घटनाक्रम
स्मार्ट सिटी में जहां एक तरफ शहर को कैमरों की निगरानी में रखने की बात हो रही है लेकिन मौजूदा समय में शहर के मुख्य स्थानों पर ही सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं। जहां लगे हैं तो वह चालू नहीं हैं। नगर-निगम गेट की दीवार से लेकर पटेल चौक तक सीसीटीवी कैमरे ही नहीं लगे हैं। वहीं पटेल चौक पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी अभी तक चालू नहीं किए गए हैं। ऐसी स्थिती में देर रात हुए घटनाक्रम को पता करने का कोई तरीका पुलिस को नजर नहीं आ रहा है। वहीं परिजनों से बातचीत में सामने कुछ नामों के बाद पुलिस उनकी तलाश में जुट गई है।
एक महिला तीस हजार में खरीदने आई थी बच्चा
पुलिस से बातचीत में गीता व इंद्रपाल ने बताया कि उनके करीब 3-4 दिन पहले एक महिला उनके पास पहुंची थी। महिला ने 30 हजार का लालच दंपति को देते हुए बच्चा बेचने की बात भी कही थी। हालांकि दोनों ने बेटे को बेचने से साफ इंकार कर दिया था। वहीं मना करने के दो दिन बाद ही बच्चे के लापता होने पर पुलिस का शक महिला पर गहराता जा रहा है।
दो दिन से गायब है बच्चा, क्या कर रही कोतवाली पुलिस
गीता के मुताबिक उसका एक माह का बेटा 14 अक्टूबर की रात से गायब है। देर रात बच्चा गायब होने के हंगामे के बाद भी कोतवाली पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। लिखित कार्रवाई करने के साथ-साथ बच्चे को ढूंढने की भी कोशिश भी नहीं की। वहीं दो दिन बाद जब शिकायत डीएम के संज्ञान में पहुंची उसके बाद भी कार्रवाई शुरू की। शनिवार की देर रात तक भी पुलिस बच्चे के परिजनों को थाने में बिठाकर बातचीत ही करती रही।
दो माह पहले भी हुआ था पांच माह की बच्ची का अपहरण
दो माह पहले भी कोतवाली थाना क्षेत्र में इसी तरह के बच्चा अपहरण की वारदात को एक दंपति द्वारा अंजाम दिया गया था। दामोदर पार्क के पास रहने वाली गुलबशा की ओर से कोतवाली थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई गई थी कि 8 अगस्त की रात वह अपनी पांच माह की बच्ची के साथ सोई हुई थीं। देर रात करीब 4 बजे जब उनकी आंख खुली तो बच्ची गायब थी।
अगले दिन कैंट क्षेत्र के रहने वाले प्रदूम यादव और उसकी पत्नी रीना यादव द्वारा गुलबशा से उसकी बच्ची के बारे में पूछताछ करने पर दंपति पर शक हुआ था। इसके बाद पुलिस ने दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की तो पता चला कि प्रदूम और रीना ने ही बच्ची का अपहरण किया था। इसके बाद बच्ची को सकुशल बरामद कर परिजनों को सौंपा था और दंपति को कोर्ट के आदेश पर जेल भेज दिया था।
परिजनों की तहरीर पर बच्चे के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है, शक के आधार पर कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है।-हिमांशु निगम, इंस्पेक्टर कोतवाली
