अयोध्या: प्रभु झूलेलाल की जयंती पर सिंधी समाज की महिलाओं ने सिंधी भजनों से बांधा समां

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अयोध्या। सिंधी विरासत को बचाने व आगे बढ़ाने के लिए सिंधी समाज की महिलाओं व खासकर बुजर्ग महिलाओं ने पुराने सिंधी भजनों व गीतों को प्रस्तुत कर सिंधी संस्कृति की याद दिलाई। भक्त प्रहलाद सेवा समिति व मातृ शक्ति परिवार के विशेष सहयोग से प्रभु झूलेलाल जयंती चेटीचंड की पूर्व संध्या पर रामनगर कॉलोनी स्थित …

अयोध्या। सिंधी विरासत को बचाने व आगे बढ़ाने के लिए सिंधी समाज की महिलाओं व खासकर बुजर्ग महिलाओं ने पुराने सिंधी भजनों व गीतों को प्रस्तुत कर सिंधी संस्कृति की याद दिलाई। भक्त प्रहलाद सेवा समिति व मातृ शक्ति परिवार के विशेष सहयोग से प्रभु झूलेलाल जयंती चेटीचंड की पूर्व संध्या पर रामनगर कॉलोनी स्थित प्रभु झुलेलाल मंच पर सिंधी विरासत की धारा बही। सभी ने सिंधी गीतों पर डांडिया किया।

कार्यक्रम का शुभांरभ सेराफिमा मोटवानी ने बतौर मुख्य अतिथि के रूप में प्रभु झूलेलाल के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। सेराफिमा ने कहा कि सिंधी संस्कृति, भाषा, खान पान व सिंधी गीत बहुत अच्छे लगते हैं। उन्होंने कहा कि यह आयोजन मुझे हमेशा याद रहेगा। कार्यक्रम का संचालन समर्पण ग्रुप की संचालिका नीलम मंध्यान ने किया।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद वर्षा मोटवानी व इति मोटवानी का बुके देकर स्वागत किया। बुजर्ग महिलाओं में सरस्वती चावला, सपना राजपाल, कमला दासवानी, प्यारी देवी, आशा चावला, माया बतरा, राधा उतरानी, खिमया देवी, भानु देवी ने पुराने सिंधी गीतों को गाकर आज की युवा पीढ़ी को सिधिंयत का संदेश दिया।

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