मुरादाबाद : थाने में नहीं हुई सुनवाई तो बनाया ट्विटर अकाउंट, खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताकर मुख्यमंत्री से की शिकायत

मुरादाबाद : थाने में नहीं हुई सुनवाई तो बनाया ट्विटर अकाउंट, खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताकर मुख्यमंत्री से की शिकायत

सौरभ सिंह/अमृत विचार । 20 दिन बाद भी चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं होने पर एक पीड़ित ने ट्विटर अकाउंट बनाया है। उसने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताते हुए मुख्यमंत्री और मुरादाबाद पुलिस को टैग कर अपनी पीड़ा बयां की है। बताया है कि उसकी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ट्विटर पर …

सौरभ सिंह/अमृत विचार । 20 दिन बाद भी चोरी का मुकदमा दर्ज नहीं होने पर एक पीड़ित ने ट्विटर अकाउंट बनाया है। उसने खुद को भाजपा कार्यकर्ता बताते हुए मुख्यमंत्री और मुरादाबाद पुलिस को टैग कर अपनी पीड़ा बयां की है। बताया है कि उसकी शिकायत पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। ट्विटर पर आई शिकायत के बाद एसएसपी ने भी तत्काल सीओ सिविल लाइंस को मामले की जांच के आदेश कर दिए हैं।

आगवानपुर में रहने वाले मो. आजम ने बताया कि 22 मार्च को उनकी रिश्तेदारी में शादी थी। उसमें शामिल होने के लिए वह सपरिवार गए हुए थे। इधर, उनकी अनुपस्थिति में चोरों ने उनके घर में घुसकर करीब 20 लाख रुपये, जेवर व अन्य कीमती सामान पर हाथ साफ कर दिया था। मामले में मुकदमा दर्ज कराने के लिए वह लगातार कभी चौकी तो कभी थाने, यहां तक कि एसएसपी कार्यालय के भी चक्कर लगा चुके हैं। आखिर में जब सुनवाई नहीं हुई तो उन्होंने मंगलवार को अपना ट्विटर अकाउंट बनाकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और मुरादाबाद पुलिस को टैग कर शिकायत भेजी है। उन्होंने बताया कि भले ही मुरादाबाद पुलिस ने उनकी शिकायती पत्र को गंभीरता से नहीं लिया, लेकिन ट्विटर पर भेजी शिकायत का जवाब दिया है। बताया है कि मामले की जांच सीओ सिविल लाइंस कर रहे हैं।

पड़ोसियों पर लगाया आरोप
पीड़ित मो. आजम ने बताया कि वह भाजपा के कार्यकर्ता हैं। इस बात से उनके पड़ोसी सईद व अन्य लोग हमेशा नाराज रहते हैं। उन्होंने आशंका जताई कि यह वारदात सईद व उसके साथियों ने अंजाम दिया है। आरोपी पहले से ही गोकशी व अन्य आपराधिक कृत्यों में लिप्त रहे हैं।

आखिर काम आया नुस्खा
पीड़ित आजम के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर डिजिटल इंडिया की बात करते हैं, लेकिन इसका सही अर्थ अब समझ में आया है। जो शिकायत मैन्युअल तरीके से नहीं सुनी गई, ट्विटर पर डालते ही सुनवाई होने ली है।

12 लोगों को फॉलो करते हैं आजम
मो. आजम ने ट्विटर एकाउंट बनाने के बाद सबसे पहले 12 लोगों को फॉलो किया। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, विधायक रितेश गुप्ता, डीजीपी, एडीजी व मुरादाबाद पुलिस शामिल है। हालांकि एक दिन में उन्हें कोई अपना फॉलोवर नहीं मिला है।

ट्विटर पर पुलिस का है बेहतर रिस्पांस
सोशल मीडिया खासतौर पर ट्विटर पर मुरादाबाद पुलिस का रिस्पांस बेहतर है। पुलिस को टैग किसी भी तरह के पोस्ट पर मुरादाबाद पुलिस की सोशल मीडिया सेल मुश्किल से 10-12 मिनट के अंदर रिस्पांस कर देता है। अमृत विचार ने पहले भी इस संबंध में खबर प्रकाशित की थी।

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