Video: कुलपति से छात्र नेता बोले- ABVP को हल्के में मत लो, कुर्सी जाते देर नहीं लगेगी

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ग्वालियर। मध्य प्रदेश में ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के छात्र नेता बैठक की अनुमति नहीं मिलने पर यूनिवर्सिटी के कुलपति अविनाश तिवारी से बोल रहे हैं, एबीवीपी को हल्के में मत लो…वरना कुर्सी जाते देर नहीं लगेगी। वीडियो में एबीवीपी के नेता तिवारी …

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में ग्वालियर की जीवाजी यूनिवर्सिटी का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (एबीवीपी) के छात्र नेता बैठक की अनुमति नहीं मिलने पर यूनिवर्सिटी के कुलपति अविनाश तिवारी से बोल रहे हैं, एबीवीपी को हल्के में मत लो…वरना कुर्सी जाते देर नहीं लगेगी। वीडियो में एबीवीपी के नेता तिवारी से बोल रहे हैं, आप तो गुंडे हो ना यहां के।

क्या है मामला ?
ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कुछ छात्रों के विवाद का एक वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें एबीवीपी के छात्र नेता कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी को धमका रहे हैं कि वे उनके दल को हल्के में ना लें अन्यथा उनकी कुर्सी जाते समय नहीं लगेगा। पता चला है कि एबीवीपी के छात्र नेता संदीप वैष्णव अपने कुछ समर्थकों के साथ मांगों को लेकर कुलपति प्रोफेसर अविनाश तिवारी से मिलना चाहते थे। लेकिन विश्वविद्यालय के चपरासी द्वारा प्रवेश द्वार बंद करने से छात्र आक्रोशित हो गए।

कुलपति को खरी-खोटी सुनाई
बाद में वे किसी तरह कुलपति की उस बैठक में पहुंच गए, जहां वे आज को होने वाले दीक्षांत समारोह की तैयारियों की समीक्षा कर रहे थे। वहां एबीवीपी के छात्र नेताओं ने जमकर कुलपति अविनाश तिवारी को खरी-खोटी सुनाई। एबीवीपी के छात्र नेता उन्हें कुर्सी से हटाए जाने की भी धमकी दे रहे थे। उसका यह भी कहना था कि वह आज होने वाले दीक्षांत समारोह को नहीं होने देंगे और टेंट लगाकर विश्वविद्यालय में अभी से दीक्षांत समारोह का विरोध करेंगे।

शिकायत दर्ज नहीं कराई
बाद में किसी तरह मामला शांत हुआ। जब इस मामले में कुलपति से उनकी प्रतिक्रिया पूछी गई तो उन्होंने कहा कि छात्रों को मुख्य द्वार पर रोक लिया गया था। जिसके कारण वे उद्वेलित थे। लेकिन उन्होंने किसी भी छात्र नेता के खिलाफ शिकायत दर्ज नहीं कराई है। बल्कि कहा है कि वे उनके विश्वविद्यालय के छात्र हैं और गुस्से में आकर कुछ कह गए होंगे।

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