जूलिएट-रोमियो की प्रेम-कहानी
सोहनी-महिवाल, हीर-रांझा, पारो-देवदास और जूलिएट-रोमियो।।। ये उन सदाबहार प्रेम-कहानियों में हैं, जिनकी मिसाल आपको हर प्रेमी जोड़ा देता मिल जाएगा। पर क्या आप वाक़ई इनकी कहानियां जानते हैं? और यदि आपको इन कहानियों के किरदार सौंप दिए जाएं और कहा जाए कि इस कहानी को अपनी तरह से लिखिए तो? हमने ठीक यही किया। पढ़ने …
सोहनी-महिवाल, हीर-रांझा, पारो-देवदास और जूलिएट-रोमियो।।। ये उन सदाबहार प्रेम-कहानियों में हैं, जिनकी मिसाल आपको हर प्रेमी जोड़ा देता मिल जाएगा। पर क्या आप वाक़ई इनकी कहानियां जानते हैं? और यदि आपको इन कहानियों के किरदार सौंप दिए जाएं और कहा जाए कि इस कहानी को अपनी तरह से लिखिए तो?
हमने ठीक यही किया। पढ़ने में रुचि रखनेवाले पाठकों और हिंदी साहित्य के नामचीन लेखिकाओं/लेखकों को ये कहानियां अपने हिसाब से दोबारा लिखने को कहा। आइए देखें, क्या हैं ये कहानियां और पाठकों और साहित्यकारों ने इसे कैसा रूप दिया।
– आज पढ़ते हैं शेक्सपियर की मशहूर कहानी रोमियो-जूलिएट की कहानी।

जूलिएट-रोमियो की कहानी
जुलाई का महीना था। वेरोना नगर के एक कुलीन परिवार कैप्यूलेट के घर पर मैस्करैड (मुखौटा नृत्य) का आयोजन हुआ था। रोमियो अपने क़जन के साथ अपने बचपन के आकर्षण रोज़लिन को ढूंढ़ता हुआ यहां आ पहुंचा। पर नृत्य के दौरान उसकी आंखें जूलिएट से चार हुईं और हृदय की गहराई में उतर गईं। रोमियो ख़ुद को रोक न सका।
उसने जूलिएट के निजी कक्ष में पहुंचकर अपने प्रेम का उससे इज़हार किया। जूलिएट भी रोमियो पर फ़िदा थी, लेकिन दोनों परिवारों के बीच वर्षों से चली आ रही शत्रुता रोमियो-जूलिएट की शादी में सबसे बड़ी बाधा थी। ऐसी परिस्थिति में प्रेमी युगल ने अपने-अपने परिवारों को बिन बताए चुपके-से एक चर्च में जाकर वहां के एक अधिकारी के समक्ष शादी कर ली।
शादी के कुछ ही समय बाद रोमियो से एक हत्या हो गई। हत्या के दंडस्वरूप उसे शहर से निकाल दिया गया। इसी बीच जूलिएट के पिता ने उसका विवाह पेरिस के काउन्ट के साथ तय कर दिया। रोमियो नगर से निष्कासित जीवन जी रहा था और जूलिएट उदास थी, चिंतित थी। उसने चर्च के अधिकारी से अपनी समस्या बयां की। चर्च के अधिकारी ने जूलिएट को एक योजना बताई कि वह उसे एक दवा देगा, जिसे खाने के बाद वह बेहोश हो जाएगी और बाद में रोमियो उसे बचा लेगा।

यह संदेश रोमियो तक भी पहुंचाने की व्यवस्था की गई, पर संदेश रोमियो तक नहीं पहुंच सका। चर्च के अधिकारी की योजना के अनुसार जूलिएट ने दवा खा ली। दवा खाने बाद चारों ओर यह शोर हुआ कि जूलिएट मर गई। जब ये ख़बर रोमियो को मिली तो वह तुरंत वेरोना लौट आया और जूलिएट को ताबूत में देखकर उसे मृत मान लिया। उसे अंतिम चुंबन दिया और साथ लाया ज़हर पीकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली।
जूलिएट जब होश में आई तो उसने रोमियो को मृत पाया। वह इसे बर्दाश्त न कर सकी और उसने भी आत्महत्या कर ली। मॉन्टेग्यू और कैप्यूलेट परिवारों को उनके प्रेम प्रसंग का पता चला तो उनके दुखों ने वर्षों से चली आ रही शत्रुता की दीवार को तोड़ दिया। दोनों परिवार उस समय एक हुए जब प्रेमी युगल दुनिया से उठ चुका था। जूलिएट-रोमियो अपने सच्चे प्यार के कारण अमर हो गए।
