शहीद-ए-आजम : सरदार भगत सिंह को 115वीं जयंती की पूर्व संध्या पर किया गया याद

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अमृत विचार, गोरखपुर। भारत के लाल कहे जाने वाले और मेरा रंग दे बसंती चोला का गीत गाते हुए मां भारती के चरणो में शीश नवाने के बाद हंसते-हंसते फांसी चढ़ने वाले अमर शहीद सरदार भगत सिंह की 115 जयंती के पूर्व संध्या पर अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा एवम गुरुकृपा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान …

अमृत विचार, गोरखपुर। भारत के लाल कहे जाने वाले और मेरा रंग दे बसंती चोला का गीत गाते हुए मां भारती के चरणो में शीश नवाने के बाद हंसते-हंसते फांसी चढ़ने वाले अमर शहीद सरदार भगत सिंह की 115 जयंती के पूर्व संध्या पर अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा एवम गुरुकृपा संस्थान के संयुक्त तत्वावधान में आज नमन करते हुए श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया।माल्यार्पण और पुष्पांजली अर्पित करने के बाद 115 दीयों से दीपांजलि का कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यकर्ताओं ने इसके पूर्व मूर्ति की साफ सफाई किया गया।

अखिल भारतीय क्रांतिकारी संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष बृजेश राम त्रिपाठी ने उपस्थितजनों को सम्बोधित करते हुए अमर बलिदानी सरदार भगत सिंह के पद चिन्हों पर चलकर राष्ट्रप्रेम की उत्कंठता तथा भारत माता के प्रति सरदार भगत सिंह के प्रेम को बताया। भारत के इस सपूत को कोटिस: नमन करते हुए श्री त्रिपाठी ने कहा कि भगत सिंह मात्र 23 वर्ष की अल्पायु में वैचारिक क्रांति का जो अधिष्ठान असेंबली बमकांड के द्वारा देश को दिया वो युवाओं के लिए आज़ादी की लड़ाई का बीजमंत्र बना।

क्रांतिकारी गतिविधियों की अंतिम लड़ाई फांसी के फंदे तक लड़ी।ध्यातव्य है कि गुरुकृपा संस्थान ने विगत 21 सितंबर से आगामी 28 सितंबर तक सरदार भगत सिंह जन्म जयंती सप्ताह समारोह के अंतर्गत गोरखपुर, संत कबीरनगर, महाराजगंज और कुशीनगर में स्कूल और कॉलेजों के कक्षाओं में जाकर भगत सिंह के क्रांति के बारे में युवाओं को बताया और उनमें राष्ट्रभक्ति की अलख जगाई।इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से हरि गोविंद सिंह, प्रदीप त्रिपाठी, अश्वनी पांडेय, अभिषेक त्रिपाठी, अजीत शुक्ला, अंबकेश्वर प्रताप सिंह, राणा प्रथम सिंह, आदर्श पांडेय, उत्कर्ष सिंह, धर्मनाथ सिंह, खुशी सिंह, शिवम सिंह, आदित्य रंजन श्रीवास्तव, आशुतोष यादव, सिमरन, शिवम चंद, प्रखर चतुर्वेदी, सहित भारी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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