बरेली: देहात में आग की चपेट में आए मरीजों को जिला अस्पताल में ही मिलेगा इलाज
बरेली, अमृत विचार। दिवाली पर जिले में आगजनी की घटनाएं भी हो सकती हैं। ऐसे में अगर कोई देहात क्षेत्र में आग की चपेट में आता है तो उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ही आना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि जिले की सीएचसी पर बर्न वार्ड नहीं है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सीएचसी स्तर पर …
बरेली, अमृत विचार। दिवाली पर जिले में आगजनी की घटनाएं भी हो सकती हैं। ऐसे में अगर कोई देहात क्षेत्र में आग की चपेट में आता है तो उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल ही आना पड़ेगा। ऐसा इसलिए क्योंकि जिले की सीएचसी पर बर्न वार्ड नहीं है। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि सीएचसी स्तर पर बर्न वार्ड बनाने का कोई शासनादेश नहीं है। आग की चपेट में आने वाला मरीज सीएचसी पर पहुंचता हैं तो उसे प्राथमिक उपचार देने के इंतजाम सभी सीएचसी पर उपलब्ध हैं।
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अधिकारियों का तर्क हैं कि सीएचसी पर आग की चपेट में आने वाले मरीजों के इलाज के पुख्ता इंतजाम हैं। अब गौर करने वाली बात यह है कि अगर आग लगने की कोई बड़ी घटना होती है और कोई व्यक्ति आग से गंभीर रूप से झुलसता है तो जिला अस्पताल तक आने में काफी समय लगेगा ऐसे में मरीज की हालत गंभीर हो गई तो उसे कहां इलाज मिलेगा। इस संबंध में एसीएमओ प्रशासन डा. हरपाल सिंह ने बताया कि सीएचसी पर बर्न वार्ड बनाने का कोई शासनादेश नहीं हैं, हालांकि आग की चपेट में आने वाले मरीजों के इलाज के सभी इंतजाम है। प्राथमिक उपचार के बाद मरीजों को जिला अस्पताल रेफर किया जाता है , मरीज को वहां से लाने के लिए एंबुलेंस की भी व्यवस्था है।
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