कानपुर : 9:32 से शुरू हुआ सूतक काल, मंदिरों के बंद किए गए पट, देर शाम भक्त कर सकेंगे दर्शन

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अमृत विचार, कानपुर। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए मंगलवार को शहर और आस पास जिलों के भक्तों का सैलाब गंगा तटों पर उमड़ा। बिठूर के ब्रह्मावर्त, मनु और लक्ष्मीबाई घाट पर शहर के साथ आसपास जिलों के भक्तों ने पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई और घाट पर …

अमृत विचार, कानपुर। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर गंगा में आस्था की डुबकी लगाने के लिए मंगलवार को शहर और आस पास जिलों के भक्तों का सैलाब गंगा तटों पर उमड़ा। बिठूर के ब्रह्मावर्त, मनु और लक्ष्मीबाई घाट पर शहर के साथ आसपास जिलों के भक्तों ने पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई और घाट पर ही तुलसी पूजन कर दान किया है।

इसी प्रकार शहर के अटल घाट, सरसैया घाट, परमट घाट पर भी गंगा स्नान और तुलसी पूजन के लिए बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे है। इधर, कानपुर में 9:32 से सूतक काल शुरू हो गया है। जिसको लेकर सभी मंदिरों के पट बंद कर दिए गए है। देर शाम सूतक काल खत्म होने के बाद दीपदान किया जाएगा।

ज्योतिषाचार्य केए दुबे पद्मेश ने बताया कि आठ नवंबर को शाम 5.32 से 6.18 बजे तक चंद्रग्रहण रहेगा। ऐसे में सूतक काल की शुरुआत सुबह 9.32 बजे से हो जाएगी। जो भक्त कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर तुलसी पूजन करते हैं वे सुबह 9.32 बजे से पहले विधिवत पूजन अर्चन कर सकते हैं। ग्रहण काल में मंदिरों के पट बंद कर दिए जाएंगे। जो सूतक समाप्ति होने के बाद गंगा जल से धुलाई के बाद खुलेंगे। सोमवार की तरह मंगलवार को भी शहर के गंगा तटों पर पहुंचे शहरवासियों ने बड़ी संख्या में कार्तिक पूर्णिमा पर पुण्य की डुबकी लगाई।

स्नान के बाद घाट पर ही परिवार सहित तुलसी पूजन कर सुख समृद्धि और परिवार कल्याण की प्रार्थना की। सामूहिक तुलसी पूजन का मनोहारी दृश्य सरसैया घाट पर देखने को मिला जहां स्नान के बाद महिलाओं ने तुलसी पूजा किया। वही अटल घाट पर स्नान के बाद सूर्य देवता को जल अर्पित कर भक्तों ने परिवार कल्याण की प्रार्थना की।  बिठूर के घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान के लिए हजारों की संख्या में भक्तों का तांता लगा रहा। शिवराजपुर, बिल्हौर, औरैया, उरई, इटावा, कन्नौज, कानपुर देहात और घाटमपुर सहित आसपास के कई जिलों से बड़ी संख्या में वक्त गंगा स्नान करने के लिए पहुंचे।

संध्या पर होगा दीपदान, गंगा तटों पर दिखेगा अद्भुत नजारा

कानपुर। सोमवार की तरह मंगलवार को भी कार्तिक पूर्णिमा पर देव दीपावली मनाने के लिए गंगा तटों पर बड़ी संख्या में शहरवासी पहुंचेंगे। संध्या पर सूतक काल खत्म होने के बाद भक्त गंगा में दीपदान कर सुख-समृद्धि की प्रार्थना करेंगे। सामूहिक दीपदान का अद्भुत दृश्य अटल घाट सरसैया घाट परमट घाट सहित बिठूर के विभिन्न घाटों पर देखने को मिलेगा।

मंदिरों के बंद किए गए पट, देर शाम भक्त कर सकेंगे दर्शन

मंगलवार को चंद्रग्रहण के चलते बाबा आनंदेश्वर मंदिर के मंदिर सूतक काल से पहले बंद कर दिए गए। भोर पहर चार बजे जूना अखाड़ा के संतों ने मंदिर में महादेव का विधिवत पूजन अर्चन कर शृंगार किया। भोर पहर से ही मंदिरों में बड़ी संख्या में दर्शन के लिए भक्त पहुंचते रहे। स्नान के बाद महादेव के दर्शन कर भक्तों ने सुख-समृद्धि की प्रार्थना की। वहीं, शिवाला मंदिर, सिद्धनाथ मंदिर, इस्कान मंदिर, तपेश्वरी देवी मंदिर, बारा देवी मंदिर, जंगली देवी मंदिर में भक्तों दर्शन किए। सूतक काल की शुरुआत से पहले मंदिरों के पट बंद कर दिए गए। : भोर आरती के बाद बंद हुए मंदिरों के पट, संध्या आरती में भक्तों को दर्शन होंगे।

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