Bareilly: कहा गयां दूसरा शिशु ? अल्ट्रासाउंड की जांच में जुड़वा...मगर जिला अस्पताल में जन्मा एक ही बच्चा
बरेली, अमृत विचार। जिला महिला अस्पताल में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। दो अलग-अगल अल्ट्रासाउंड जांच सेंटरों की रिपोर्ट में महिला मरीज के गर्भ में जुड़वा शिशु होने की पुष्टि हुई थी लेकिन जब प्रसव हुआ तो सिर्फ एक शिशु (बेटी) का जन्म हुआ। इसे देख डॉक्टरों और मरीज के परिजन परेशान हो गए। मामला सीएमएस के पास पहुंचने पर जांच शुरू कर दी गई है। सीएमएस ने लैबर रूम के बाहर लगे बाहर सीसीटीवी कैमरों की भी जांच कराने की बात कही है।
भुता के गांव गजनैरा निवासी सुरेश बाबू ने बताया कि उन्होंने 3 सितंबर को डॉक्टर की सलाह पर पत्नी राजेश्वरी की भुता स्थित निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर जांच कराई थी। जांच के बाद डॉक्टर ने गर्भ में जुड़वा शिशु होने की बात कही। इसके बाद प्रसव से पहले पत्नी को 14 नवंबर को जिला महिला अस्पताल स्थित ओपीडी में दिखाया और डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। यहां भी अल्ट्रासाउंड की जांच रिपोर्ट में जुड़वा शिशु होने की बात डॉक्टर ने कही थी।
जब 8 दिसंबर को राजेश्वरी को प्रसव पीड़ा हुई तो उसे जिला महिला अस्पताल में भर्ती कराया तो सिर्फ एक ही शिशु का जन्म हुआ। स्टाफ ने जब परिजनों को इसकी जानकारी दी तो उनके होश उड़ गए। उन्होंने कहा कि अल्ट्रासाउंड जांच रिपोर्ट में जुड़वा बच्चे होने की बात कही गई थी। इस पर स्टाफ भी कोई संतोष जनक जवाब नहीं दे सका, हालांकि परिजनों ने इस बाबत कोई लिखित शिकायत नहीं की है।
रिपोर्ट पर उठ रहे सवाल
एक निजी वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि दोनों की रिपोर्ट प्रथम दृष्टया सटीक लग रही हैं। ऐसा इसलिए कि दोनों ही रिपोर्ट में दोनों ही शिशुओं के सिर, पैर और धड़कन सभी का स्तर दर्ज है। हालांकि इस तरह का यह पहला ही मामला सामने आया है कि दोनों ही रिपोर्ट गलत साबित हो रहीं हैं। हालांकि गर्भधारण के आरंभ में की गई अल्ट्रासाउंड जांच में चूक वश दो भ्रूण सामने आ जाते हैं लेकिन कुछ माह गुजरने के बाद जांच के बाद यह स्वत: ही सामने नहीं आते हैं।
जिला महिला अस्पताल सीएमएस डॉ. त्रिभुवन प्रसाद ने बताया कि मामला मेरे संज्ञान में हैं। मैंने खुद दोनों ही रिपोर्ट का अवलोकन किया। परिजनों ने इसकी कोई लिखित शिकायत नहीं की है लेकिन एहतियातन मामले की जांच कराई जाएगी। लैबर रूम के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की भी जांच कराई जाएगी।
