लखनऊ :कर्मचारियों की पीड़ा नहीं सुन रहा विभाग, मंत्री से फिर लगाई गुहार
लखनऊ, अमृत विचार : उत्तर प्रदेश स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ ने एक बार फिर नगर विकास मंत्री और प्रमुख सचिव को पत्र लिखा है। यह पत्र निकाय कर्मचारियों की समस्याओं की जानकारी देने के लिए लिखा गया है। साथ ही इस पत्र के जरिये यह भी बताया गया है कि अभी तक कर्मचारियों की मांग नहीं पूरी हो पाई है।
दरअसल, कर्मचारियों की मांगों को लेकर लंबे समय से महासंघ संघर्ष कर रहा है, आन्दोलन, ज्ञापन और पत्राचार के जरिये कर्मचारियों की समस्या उठा चुका है, लेकिन विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों की तरफ से कर्मचारियों की मांगों को पूरा नहीं किया गया। अक्टूबर माह में भी महासंघ ने धरना दिया था, क्रमिक अनशन भी किया, उसके बाद सचिव नगर विकास की तरफ से आश्वासन मिला कि मांगों पर सकारात्मक निर्णय लिया जायेगा, लेकिन 10 सूत्रीय मांग पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है। महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्र ने कहा कि समय रहते यदि उचित कदम नहीं उठाया गया, तो 15 जनवरी को बाद कभी भी आंदोलन शुरू हो सकता है।
शशि कुमार मिश्र ने बताया कि निकाय कर्मचारियो की सेवा सम्बन्धी व अन्य मांगो का समाधान एक लम्बे समय से नगर विकास व निदेशालय स्तर पर लम्बित होने के कारण कर्मचारियो को समय से उनके लाभ नही प्राप्त हो रहा है, जिसके कारण ऐसे कर्मचारियो को जहां आर्थिक क्षति हो रही । वहीं उनकी सेवाऔ पर बहुत बुरा असर हो रहा, यह कर्मचारी 15-20 वर्षों की लम्बी सेवाएं पूर्ण करने के बाद लगातार बिना किसी लाभ के सेवानिवृत हो रहे,जिनकी पीड़ा वर्तमान सरकार में कोई नही देख रहा।
महासंघ लगातार लगभग 7-8 वर्षो से संघर्ष करता आ रहा, प्रदेश सरकार के वह आदेश जिनका लाभ प्रदेश के सभी विभागो में लगभग मिल चुका,परन्तु खेद है कि वर्ष 2001 तक के कार्यरत पूरे प्रदेश में मात्र 315 कर्मचारियो का विनियमतीकरण करने सम्बधी जारी आदेश वर्ष फरवरी 2016 का अनुपालन नगर विकास विभाग द्वारा नहीं किया जा सका, वही वर्ष सितम्बर 2021 में जारी दुसरा आदेश जिनमें कार्यरत तदर्थ/धारा 108 के कर्मचारियो का विनियमितीकरण करने सम्बन्धी आदेश का भी अनुपालन नहीं हो सका।
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