गरमपानी: शिक्षक विहीन विद्यालय खोल रहे सरकार के दावों की पोल

Amrit Vichar Network
Published By Babita Patwal
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गरमपानी, अमृत विचार। पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षक विहीन होते विद्यालय सरकार के दावों की पोल खोल रहे हैं। गुरुजनों के अभाव में गांव के बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों व विभिन्न राजनीतिक तथा गैर राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों ने शिक्षा विभाग पर नौनिहालों के हितों से खिलवाड़ करने का आरोप लगाया है। चेतावनी दी है कि यदि जल्द विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती नहीं की गई तो शिक्षा विभाग के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। 

बेतालघाट ब्लॉक में स्थित तमाम विद्यालयों में शिक्षकों की कमी को लेकर अभिभावको के साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों, व्यापारियों तथा राजनैतिक संगठनों से जुड़े लोगों में भी भारी नाराजगी है। प्राथमिक विद्यालयों के साथ ही राजकीय इंटर कॉलेज भी शिक्षक विहीन हो रहे हैं। सुदूर गरजोली गांव में स्थित जीआईसी में लंबे समय से भौतिक विज्ञान, संस्कृत, अंग्रेजी, राजनीति शास्त्र तथा अर्थशास्त्र जैसे महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के पद रिक्त है। प्रधानाचार्य का पद भी रिक्त है।

प्रभारी प्रधानाचार्य जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षकों के ना होने से 236 संख्या वाले विद्यालय में शैक्षणिक व्यवस्था प्रभावित होती जा रही है।  ग्राम प्रधान संगठन के प्रदेश सचिव शेखर दानी, क्षेत्रीय जन विकास संघर्ष समिति उपाध्यक्ष पूरन लाल साह, व्यापारी नेता गजेंद्र नेगी, वीरेंद्र सिंह बिष्ट,  कांग्रेसी नेता कृपाल सिंह मेहरा, हरीश चंद्र, पंकज भट्ट, कुबेर सिंह जीना, हरीश कुमार, मदन सिंह, मनोज नैनवाल आदि लोगों ने शिक्षा विभाग पर उपेक्षा का आरोप लगाया है। जल्द विद्यालयों में समुचित शिक्षकों की तैनाती न किए जाने पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है। 

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