परिवर्तन की किरण

परिवर्तन की किरण

औद्योगीकरण के बाद के वर्षों में इंटरनेट ने पिछले महज ढाई दशकों में दुनिया को बदल डाला है। तकनीक पर बढ़ती दुनिया की निर्भरता ने साबित कर दिया है कि समय के साथ-साथ तकनीक पुरानी पड़ने लगती है। इसके बाद उसे बदलने या नई चीजें जोड़ने की जरूरत होती है। भारत में 5जी का युग शुरू हो चुका है।

दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो ने मंगलवार को 50 शहरों में अपनी 5जी सेवा के विस्तार की घोषणा की। कंपनी ने इसे अब तक की सबसे बड़ी शुरुआत बताया। जियो उपयोगकर्ता अब 184 शहरों में 5जी सेवाओं का इस्तेमाल कर सकेंगे। 5जी तकनीक स्वास्थ्य, शिक्षा, बैंकिंग सेक्टर, यातायात, ऊर्जा व अतंरिक्ष सभी क्षेत्रों में बड़े परिवर्तन की किरण दिखा रही है। इससे जीवन काफी आसान हो जाएगा। 2जी, 3जी और 4जी के दौर में भारत तकनीक के लिए अन्य देशों पर निर्भर था। लेकिन, 5जी सेवा शुरू कर देश ने इतिहास रच दिया है।

उन्होंने कहा कि 5जी के साथ भारत पहली बार, दूरसंचार तकनीक के क्षेत्र में वैश्विक मानदंड स्थापित कर रहा है। उपभोक्ताओं को अब 4जी की तुलना में 10 गुना तेज इंटरनेट सेवा मिल सकेगी। एक तरफ इसके सकारात्मक पहलू असीमित हैं लेकिन ध्यान रखना चाहिए कि नई तकनीक अपने साथ नए जोखिमों को लेकर भी आती हैं और यह बात 5जी तकनीक पर भी लागू होती है। 

पिछले दिनों दिल्ली में संपन्न हुई भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों  की बैठक में प्रस्तुत किए गए दस्तावेज (नोट) में हाई-स्पीड 5जी टेलीकॉम नेटवर्क की कमजोरियों को लेकर आगाह किया गया है। नोट में कहा गया है कि 5जी नेटवर्क मादक पदार्थों की तस्करी, मानव तस्करी, मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद वित्तपोषण जैसे अपराधों को अंजाम देने के लिए बिचौलियों और एजेंटों के लिए मददगार हो सकता है।

आईपीएस अधिकारियों का कहना है कि 5जी उपकरण विनिर्माता कीमती डेटा लक्षित विज्ञापन के लिए विक्रेताओं को बेचने की कोशिश करेंगे और यह सुनिश्चित करने के लिए इस पर नजर रखी जानी चाहिए कि यह गलत हाथों में न पड़े। 5जी आने के बाद अब अपने डेटा की सुरक्षा के लिए उपयोगकर्ताओं को भी ज्यादा सतर्क रहना होगा।

इसलिए इंटरनेट इस्तेमाल करते समय जरा सी लापरवाही भी उपयोगकर्ताओं को भारी पड़ सकती है। तेज इंटरनेट स्पीड साइबर अपराधियों को भी तेजी से साइबर अटैक करने में मदद करेगी। सरकार डेटा सुरक्षा को लेकर काफी गंभीर है। डेटा सुरक्षा और साइबर हमलों को रोकने के लिए सरकार को भी एक ईकोसिस्टम बनाना होगा।