मुरादाबाद : ठाकुरद्वारा तक हाईवे निर्माण की भेंट चढ़ेंगे 11,000 पेड़

सड़क निर्माण होने पर काटे जाएंगे 39 किलोमीटर में लगे पेड़, सड़क किनारे हरित पट्टी नहीं बनाता एनएचएआई, डिवाइडर पर लगाता है कनेर के पौध वन विभाग ने पेड़ काटने और नए पेड़ नहीं लगाने पर जताई चिंता

मुरादाबाद : ठाकुरद्वारा तक हाईवे निर्माण की भेंट चढ़ेंगे 11,000 पेड़

मुरादाबाद, अमृत विचार। उत्तराखंड को जोड़ने वाले मुरादाबाद-काशीपुर हाइवे बनने के बाद विकास को पंख लग जाएंगे। लोगों की राह भी काफी आसान हो जाएगी। मुरादाबाद से उत्तराखंड पहुंचने में समय की भी बचत होगी मगर इसका निर्माण होने पर 11,000 से ज्यादा हरे पेड़ हाईवे की भेंट चढ़ जाएंगे। इसे लेकर वन विभाग चिंतित है।

प्रभागीय वन अधिकारी सूरज ने बताया कि विभाग की ओर से लगातार पेड़ लगाने का प्रयास किया जाता है। विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर मुरादाबाद मंडल में सात लाख पौधे लगाए गए थे। यहां से ठाकुरद्वारा तक करीब 39 किलोमीटर की दूरी में सड़क किनारे यूकेलिप्टिस, कंजी, शीशम, अर्जुन, जामुन, आम आदि के करीब 11,000 पेड़ हैं। हाइवे निर्माण होने पर इन पेड़ों का कटना तय है। 

उन्होंने पर्यावरण के लिहाज से इस पर चिंता जताई। कहा कि विकास के लिए सड़क भी आवश्यक है मगर पर्यावरण के लिए पेड़ भी जरूरी हैं। उनका कहना था कि हाइवे बनाते समय हरित पट्टी का ध्यान नहीं रखा जाता। अब केवल डिवाइडर के बीच में कनेर के पेड़ लगा दिए जाते हैं। इससे कोई खास फायदा नहीं होता। उनका है कि हाइवे किनारे कहीं भी छायादार पेड़ नहीं बचे हैं।

 पर्यावरण संतुलन के लिए काटे गए पेड़ों के स्थान पर नए पौधे लगाना अति आवश्यक है। वन विभाग की ओर से लोगों को अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। शासन की ओर से इसके लिए किसानों को प्रति पेड़ के हिसाब से 400 रुपये देने की भी योजना है। इसके लिए किसानों के चयन की प्रक्रिया चल रही है।

ये भी पढ़ें:- मुरादाबाद : अदालत में हाजिर न होने पर सीओ का वेतन रोकने का आदेश