हल्द्वानीः बनभूलपुरा में बुलडोजर के आगे अड़ी जनता, पुलिस ने लठियाया

हल्द्वानीः बनभूलपुरा में बुलडोजर के आगे अड़ी जनता, पुलिस ने लठियाया

हल्द्वानी, अमृत विचार। बनभूलपुरा में नजूल की भूमि पर अवैध निर्माण की शिकायत पर बुलडोजर लेकर पहुंची प्रशासन और पुलिस की टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। निर्माण ध्वस्त करने को लेकर बनभूलपुरा की जनता अड़ गई और बुलडोजर के सामने खड़ी गई। जिस पर तीखी नोकझोंक हो गई। मामला बिगड़ता देख पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। जिसके बाद भीड़ तितर-बितर हुई। हालांकि निर्माण फिर भी ध्वस्त नहीं किया जा सका। आयुक्त दीपक रावत ने निर्माणकर्ता के खिलाफ केस दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। 

दरअसल, आयुक्त दीपक रावत को बनभूलपुरा के लाइन नंबर आठ और लाइन नंबर 12 में सरकारी भूमि पर अवैध निर्माण की सूचना मिली थी। जिस पर आयुक्त दीपक रावत सोमवार शाम आईजी डॉ.नीलेश आनंद भरणे, सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, उपजिलाधिकारी मनीष कुमार और नगर स्वास्थ्य अधिकारी मनोज काण्डपाल के साथ मौके पर पहुंच गए। 

सूचना सही पाए जाने पर आयुक्त ने उक्त निर्माण को बुलडोजर से ढहाने के आदेश दे दिए, लेकिन तब तक मौके पर सैकड़ों लोगों का हुजूम जमा हो चुका था। निर्माण ध्वस्त करने की बात सुनते ही जनता ने विरोध शुरू कर दिया और बड़ी संख्या में लोग बुलडोजर के आगे खड़े हो गए। 

पुलिस और प्रशासन ने लोगों को समझाने की कोशिश की, लेकिन लोग नहीं मानें। जिस पर लोगों की अधिकारियों से तीखी नोकझोंक हो गई और माहौल बिगड़ने लगा। भीड़ ने चारों ओर से अधिकारियों को घेर लिया। जिस पर मजबूरन पुलिस को लाठी लेकर लोगों को खदेड़ना पड़ा। बावजूद, इसके ध्वस्तीकरण की कार्रवाई नहीं हो सकी। 

आयुक्त दीपक रावत ने लोगों के सामने प्रस्ताव रखा कि वह आज निर्माण नहीं तोड़ेंगे, लेकिन इसके बदले यह लिख कर देना होगा कि तीन से चार दिन वह निर्माण को खुद ध्वस्त कर देंगे। हालांकि लोग राजी नहीं हुए। बाद में समझाने बुझाने पर लोग शांत हुए और प्रशासन की टीम निर्माण को सील कर वापस लौट आई। आयुक्त ने मौके पर निर्माणकर्ता यूनिवर्सल क्लॉथ हाउस स्वामी के खिलाफ केस दर्ज करने के आदेश दिए।   

पुरुष खदेड़े तो विरोध पर अड़ी महिलाएं

बनभूलपुरा में ध्वस्तीकरण के विरोध में पहले पुरुषों ने मोर्चा संभाला, लेकिन पुरुषों का भारी विरोध पुलिस और प्रशासन को कार्रवाई से नहीं रोक सका। पुलिस ने लठ लेकर माहौल खराब करने पर आमादा लोगों को खदेड़ लिया। जब लोगों को लगा कि प्रशासन की टीम निर्माण ढहा देगी तो अचानक सैकड़ों महिलाएं सामने आ गईं और वह बुलडोजर के आगे खड़ी हो गईं। जिसके बाद पुलिस-प्रशासन को भी बैकफुट पर आना पड़ा। 


संलिप्त अधिकारियों पर होगी कार्रवाई : आयुक्त

पूरे मामले में अधिकारियों की कारगुजारी भी सवालों के घेरे में है और इसको लेकर आयुक्त दीपक रावत खफा नजर आए। उन्होंने मौके पर नगर निगम और प्राधिकरण के अधिकारियों के स्पष्टीकरण के आदेश दिए। साथ ही कहा कि इस मामले में अगर नगर निगम और प्राधिकरण के अधिकारियों की संलिप्तता मिली तो सम्बन्धित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस आदेश के बाद अधिकारियों में भी खलबली मची है। 

अवैध निर्माण के बेसमेंट में मिला चोरी का खनिज

पहले तो जिस जमीन पर निर्माण हो रहा था, वह जमीन नजूल की थी। ऐसे में जमीन का फ्री होल्ड होना या फिर नक्शा पास होने का सवाल ही नहीं उठता। प्रशासन की टीम ने जब निर्माण के अंदर निरीक्षण किया तो पाया कि सरकारी भूमि पर कब्जा तो किया गया। साथ ही निर्माणाधीन बिल्डिंग के बेसमेंट से चोरी का खनिज भी निकला और इसी चोरी के खनिज से इमारत का निर्माण हो रहा था। जिस पर आयुक्त ने केस दर्ज करने के आदेश दिए।