उत्तराखंड : सिखों पर ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ कर विवादों में फंसे कांग्रेस नेता ने गुरुद्वारे में की सेवा, माफी मांगी
देहरादून। सिख समाज के खिलाफ कथित रूप से ‘आपत्तिजनक टिप्पणी’ कर विवादों में फंसे कांग्रेस की उत्तराखंड इकाई के चुनाव प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हरक सिंह रावत ने रविवार को देहरादून से सटे हिमाचल प्रदेश के पौंटा साहिब गुरुद्वारे जाकर अरदास कर माफी मांगी तथा सेवा की। प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री रावत ने अपने शब्दों के लिए गुरुद्वारे में अरदास कर सार्वजनिक रूप से क्षमा मांगने और उनके चरणों में प्रसाद अर्पित करने के अलावा वहां जोड़ा घर (संगतों के जूता रखने का स्थान) तथा लंगर रसोई में सेवा की।
माफी मांगते हुए रावत ने कहा कि उनके मन में सिख समाज के लिए अत्यंत सम्मान है और उनकी मंशा कभी भी सिख समाज के प्रति अमर्यादित शब्द कहने की नहीं रही। उन्होंने कहा, ‘‘उनके शब्दों से कोई अधिवक्ता या समाज का कोई अन्य साथी आहत हुआ है तो वह ह्रदय से क्षमाप्रार्थी हैं।’’ उधर, गलती को स्वीकारने को सच्ची सेवा बताते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा कि अपने साथी की इस ‘बेअदबी’ के लिए वह सोमवार को देहरादून के आढ़त बाजार गुरुद्वारे के जोड़ा घर में सेवा करेंगे।
रावत ने कहा, ‘‘मुंह की फिसलन कभी-कभी बहुत भारी पड़ जाती है और ऐसी ही एक फिसलन के शिकार हमारे कांग्रेस के नेता डॉ. हरक सिंह रावत जी हो गए।’’ उन्होंने कहा कि सिख एक महान, वीर और श्रद्धेय कौम है जो हमारे राष्ट्रीय सम्मान, साहस और त्याग के प्रतीक हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मनसा-वाचा-कर्मणा से कहीं भी हमसे कोई गलती हो जाए तो हमारे लिए एक ही मार्ग है, गुरु साहब की शरण में जाना।’’
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी के नेता से गलती हुई है और इसलिए उन्होंने तय किया है कि वह आठ दिसंबर को शाम छह बजे संगत के समय आढ़त बाजार स्थित गुरुद्वारे के प्रांगण में जूता सेवा करेंगे। देहरादून में शुक्रवार को अधिवक्ताओं के धरना प्रदर्शन के दौरान उन्हें समर्थन देने पहुंचे रावत ने एक सिख अधिवक्ता की तरफ इशारा करते हुए कथित तौर ‘आपत्तिजनक टिप्प्णी’ कर दी थी जिसके बाद धरना स्थल पर उनका विरोध शुरू हो गया।
स्थिति को भांपते हुए रावत ने हांलांकि, तुरंत अपनी टिप्प्णी के लिए माफी मांग ली लेकिन हंगामा शांत नहीं हुआ जिसके बाद उन्हें धरना स्थल को छोड़ना पड़ा। रावत के इस बयान का वीडियो भी जल्द सोशल मीडिया पर प्रसारित हो गया जिसके बाद प्रदेश भर में उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए।
राजधानी देहरादून में भी शनिवार को घंटाघर पर सिख समाज के लोगों ने उनका पुतला फूंका और उनके विरोध में नारे लगाए। इस पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की उत्तराखंड इकाई के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेसजन पहले हिंदू और सिख अस्मिता पर हमला करते हैं और फिर पश्चाताप करने की नौटंकी करते हैं।
चौहान ने कहा, ‘‘क्या कांग्रेस की नयी राजनीति यही है कि पहले हिंदू और सिख अस्मिता पर हमला करो और फिर इसे ‘जुबान फिसल गयी’ कहकर गुरुद्वारों और मंदिरों की दहलीज पर जाकर नकली पश्चाताप का नाटक करो।’’ उन्होंने कहा कि हरक सिंह रावत की भाषा ने कांग्रेस की आत्मा में छिपी उस सच्चाई को उघाड़कर सबके सामने ला दिया है जिसे कांग्रेस सालों से पर्दे में छुपाए बैठी थी।
