अयोध्या: पीटा जा रहा स्वच्छता का ढिंढोरा, करोड़ों खर्च कर बने नाले कूड़े से पटे
अयोध्या, अमृत विचार। नगर निगम स्वच्छता अभियान चला रहा है। निगम शहर को स्वच्छ भारत मिशन के तहत स्वच्छता की रैंक में नम्बर वन बनाने की दौड़ में शामिल है। लेकिन छह साल पहले करोड़ों रुपये खर्च कर मुख्य मार्गों पर जो नाले बनवाये गये थे, उनकी सफाई की चिंता नगर निगम के अफसरों को नहीं है। सिविल लाइंस से सआदतगंज हनुमानगढ़ी मुख्य नाले तक बने नाले कूड़े से पटे हुए हैं। इन नालों की कभी सफाई की जरूरत नहीं समझी गई।
नगर निगम के सफाई विभाग के अफसरों की लापरवाही के चलते मुख्य मार्गों के किनारे छह साल पहले हुए नाला निर्माण पर खर्च हुए चार करोड़ रुपये यूं ही बर्बाद हो रहे हैं। दिसम्बर 2015 में स्वीकृत योजना के तहत पुष्पराज चौराहा से सआदतगंज हनुमानगढ़ी मुख्य नाले तक 399.93 लाख रुपये खर्च कर 2200 मीटर लम्बे नालों का निर्माण करवाया गया था। सीएंडडीएस द्वारा बनवाये गये नालों का कार्य 2017 में पूरा कराकर नगर पालिका परिषद फैजाबाद को हैंडओवर किया गया था।
सीएंडडीएस के स्थानिक अभियंता प्रशांत कुमार यादव का कहना है कि 2017 में यह नाले बनवाकर नगर पालिका फैजाबाद के ईओ को हैंडओवर कर दिया गया था। वर्तमान में इन नालों पर जगह-जगह पर अतिक्रमण है। कहीं गुमटी तो कहीं दुकान बन गई है। सिविल लाइंस क्षेत्र के तहसील सदर से लेकर एसएसपी के बंगले तक और सिविल लाइंस क्षेत्र में बने इन नालों में कूड़ा भर गया है।
हर साल बारिश के पहले सभी छोटे-बड़े नालों की सफाई करवाई जाती। मुख्य मार्गों के नाले अगर कहीं चोक हैं तो बारिश से पहले ही नाला गैंग लगवाकर साफ करवा दिया जाएगा ...शशिभूषण राय, अपर नगर आयुक्त।
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