मुक्तेश्वर: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में हिमानी करेंगी उत्तराखंड की लोक कला का प्रतिनिधित्व

मुक्तेश्वर: इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में हिमानी करेंगी उत्तराखंड की लोक कला का प्रतिनिधित्व

मुक्तेश्वर, अमृत विचार। 'केन्द्रीय संस्कृति मंत्रालय' द्वारा आज से 'इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र, दिल्ली' में 10 दिनों की ऐपण वर्कशॉप का आयोजन किया जा रहा है। आज 13 मार्च से शुरू होने वाली यह वर्कशॉप 23 तारीख तक इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के भूतल में संचालित होगी। 

'प्रस्तुति' नाम की इस वर्कशॉप में उत्तराखण्ड की ऐपण कलाकार हेमलता कबडवाल ‘हिमानी’ द्वारा राज्य का प्रतिनिधित्व किया जाएगा। देश की लोककलाओं को बढ़ावा देने और संरक्षित करने के उद्देश्य से आयोजित इस वर्कशॉप में ‘कांगड़ा मिनिएचर पेंटिंग’ और ‘कुमाऊंनी ऐपण आर्ट’ का प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस मौके पर हेमलता के बनाए हुए ऐपण आर्ट की पेंटिंग्स की प्रदर्शनी भी यहां लगायी गयी है। 

हेमलता कबडवाल ‘हिमानी’ उत्तराखण्ड के नैनीताल जिले में मुक्तेश्वर के एक गावं सतोल की रहने वाली हैं।  एसएसजे कैम्पस, अल्मोड़ा से मास्टर ऑफ़ फाइन आर्ट पूरा कर चुकी हिमानी लम्बे समय से कुमाऊं की लोककला ऐपण को समृद्ध करने की कोशिशों में जुटी हुई हैं। स्कूली दिनों से ही लोककलाओं के लिए रूझान रखने वाली हिमानी उत्तराखण्ड के ऐपण आर्ट के साथ बिहार, राजस्थान की लोककलाओं के फ्यूजन से भी बेहतरीन कलाकृतियां तैयार कर चुकी हैं। इससे पहले भी हेमलता विभिन्न राज्यों में ऐपण आर्टिस्ट के तौर पर राज्य का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। 

गौरतलब है कि इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र कलाओं के क्षेत्र में शोध और शैक्षिक अनुसंधान तथा प्रसार का केंद्र है। इसकी स्थापना भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के अधीन एक स्वायत्त निकाय के रूप में सन 1985 में की गई है। इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र की स्थापना भारतीय कलाओं के अध्ययन और शोध करने वाले एक ऐसे केंद्र के रूप में की गई – जहां प्रत्येक कला को संपूर्णता में देखा जा सके और जो प्रकृति, सामाजिक संरचना तथा ब्रह्मांड के साथ परस्पर संबद्ध हो।