उन्नाव : जिगरी दोस्त ने किया वो काम जिसे सुन कर दोस्ती के भरोसे पर खड़े हुए सवाल
उन्नाव, अमृत विचार। सदर कोतवाली क्षेत्र के आवास विकास कालोनी निवासी डेंटिस्ट की कानपुर में हुई हत्या के मामले में चकेरी पुलिस ने उसके ही जिगरी दोस्त को हिरासत में लिया है। पुलिस के मुताबिक घटना के पीछे उसकी पत्नी से आरोपी के अवैध संबंध और रुपयों का लेन देन की बातें सामने आई है। पोस्टमार्टम के बाद बुधवार देर शाम शव घर पहुंचा तो परिजनों में चीख पुकार मच गयी।
बता दें कि गौरव सिंह मूल रूप से फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद पुरानी बस्ती निवासी था। जिले में उसकी ननिहाल था। उसके नाना स्व. डा. गंगाबक्श सिंह पूर्व राज्यमंत्री थे। गौरव आवास विकास के सी ब्लाक में ही अपने नाना के घर के पास आवास बना कर तकरीबन 20 साल से यहां रह रहा था। पढ़ लिख कर डेंटिस्ट बनने के बाद उसने शहर के बड़ा चौराहा अपना खुद का क्लीनिक भी खोल रखा था। सिविल लाइन मोहल्ला निवासी एयरफोर्स के सार्जेंट मुदित श्रीवास्तव से उसकी दोस्ती हुई। दोनों की यारी ऐसी प्रगाढ़ हुई हर एक बात दोनों एक दूसरे साझा करने लगे। इसी दौरान मुदित की नजदीकियां उसकी पत्नी से हो गयी।
मुदित कानपुर के अहिरवां में घर बनवाकर पत्नी और बच्ची के साथ रहने लगा। सोमवार को गौरव पत्नी को छोडऩे उसके मायके कानपुर के राजीव विहार गया था। देर शाम वह मुदित से मिलने पहुंचा। जहां मुदित के साथ उसने पहले सरकारी आवास में शराब पी और फिर वहां से चकेरी पहुंच कर भी शराब पी। एसीपी चकेरी कार्यालय के सामने सडक़ के दूसरी ओर ले जाकर सीने और सिर में गोली मारकर हत्या कर दी। शव खंती में फेंककर मुदित भाग निकला। पति के न पहुंचने और फोन न उठने पर पर पत्नी ने मंगलवार गुमशुदगी दर्ज कराई। चकेरी और महाराजपुर पुलिस ने बरामद शव की शिनाख्त गौरव सिंह के रूप में की। पुलिस को जांच पड़ताल में पत्नी से मुदित के अवैध संबंधों की बात पता चली, लेकिन हत्या में उसकी संलिप्तता न मिलने पर आरोपी मुदित को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
इकलौते बेटे का शव देख फफक पड़े पिता
मृतक गौरव अपने माता पिता का इकलौता बेटा था। उसकी मां आशा सिंह मेडिकल अफसर थी जिनकी एक साल पहले मौत हो चुकी है। पिता प्रबल प्रताप के सामने जैसे ही बेटे का शव पहुंचा तो फफक पड़े।
पहली पत्नी से हो चुका था तलाक
मृतक गौरव की यह दूसरी शादी थी। उसकी पहली पत्नी बरेली निवासी डा.रूचि थी। दोनों की आपस में न निभने पर उन्होंने तलाक ले लिया था। पहली पत्नी से उसे एक बेटी भी जो अब 13 साल की है। कानपुर निवासी दूसरी पत्नी से उसे एक बेटा है।
दोस्त के नाम पर ही खरीदी थी कार
दोस्ती ऐसी कि मुदित के नाम पर डाक्टर ने कार खरीदी थी। गौरव व मुदित में आपसी तालमेल अच्छे होने पर एयरफोर्स कैंटीन से क्रेटा कार खरीदी थी। यह कार मुदित के नाम थी।
आधा अरब से अधिक संपत्ति का मालिक था गौरव
मृतक के मामा योगेंद्र प्रताप सिंह के मुताबिक इकलौता होने के नाते गौरव सिंह अकूत संपत्ति का मालिक था। उसकी शिकोहाबाद, लखनऊ और उन्नाव में जो चल अचल संपत्ति है उसकी मौजूद समय में मालियत आधा अरब से अधिक है।
घटना के बाद से फरार है आरोपी के माता पिता
डा गौरव की हत्या के आरोप में जेल भेजे गए मुदित के आवास विकास स्थित घर में उसके पिता मिथलेश अपनी पत्नी के साथ रहते हैं। उनके तीन बेटों में एक बेटा दिल्ली जबकि दूसरी यूएसए में है। मुदित कानपुर के सरकारी आवास में रहता था। उसके गिरफ्तार होने के बाद मुदित के माता पिता भी घर में ताला लगा कर फरार हो गए हैं।
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