लखनऊ: बीकेटी के आठ गांवों के 800 किसान ओलावृष्टि से प्रभावित, जिला कृषि अधिकारी ने किया सर्वे

लखनऊ: बीकेटी के आठ गांवों के 800 किसान ओलावृष्टि से प्रभावित, जिला कृषि अधिकारी ने किया सर्वे

लखनऊ, अमृत विचार। जिले में बारिश से फसलों को उतना नुकसान नहीं हुआ जितना ओलावृष्टि से बताया जा रहा। बुधवार को मौसम साफ होने पर जिला कृषि अधिकारी तेग बहादुर सिंह ने टीम के साथ बीकेटी, माल व मलिहाबाद ब्लॉक के गांवों का सर्वे किया। जिसमें बीकेटी ब्लॉक में अधिक ओलावृष्टि होना पाया है। 

संबंधित ब्लॉक के गोहना खुर्द, सरायदामू, चंदनापुर, भगौतीपुर, असनहा, परसहिया, कुम्हरावां व खुजरी में सबसे ज्यादा नुकसान गेहूं व सरसों को हुआ है। प्रारंभिक जांच में 33 प्रतिशत से अधिक नुकसान होने का अनुमान लगाया गया है। इन आठ गांव में करीब आठ सौ से अधिक किसान प्रभावित हुए हैं। 

ऐसे में जिला कृषि अधिकारी ने उच्च अधिकारियों को अवगत कराते हुए राजस्व व बीमा कंपनियों को निर्देशित कर प्रभावित गांवों का सर्वे रिपोर्ट मांगी है। वहीं, माल व मलिहाबाद में बारिश व हवा से गेहूं की फसल गिरना पाया है। इन क्षेत्रों में आम को भी ज्यादा नुकसान हुआ है।

गेहूं 50 व सरसों में 60 प्रतिशत तक नुकसान
बीकेटी के आठ गांव में ओलावृष्टि से गेहूं की 50 प्रतिशत तक बर्बाद होने का अनुमान है। वहीं, सरसों की खड़ी व कटी फसल में 60 प्रतिशत तक नुकसान की संभावना है। जिला कृषि अधिकारी ने बताया कि सरसाें की फसल ज्यादातर इन गांव में कट चुकी थी। किसानों ने मौके पर शिकायत दर्ज कराई है। बीमा कंपनियों को भी फोन किए हैं। जिनकी नियमानुसार सहायता की जाएगी। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत बीमित फसलों में क्लेम के लिए किसान 72 घंटे के अंदर इन टोलफ्री नंबर पर शिकायत जरूर दर्ज कराएं। तय समय पर कॉल करने से कंपनी की जवाबदेही रहेगी।

बीमा कंपनियां बरत रही लापरवाही
फसल बीमा योजना के तहत नामित बीमा कंपनी क्लेम बचाने के चक्कर में पूरे सत्र क्षेत्रों में काम नहीं करती हैं। कंपनी और उनके प्रतिनिधि प्रीमियम लेने के बाद दिखाई तक नहीं पड़ते हैं। कंपनी का काम ओलावृष्टि, बारिश व अन्य दैवीय आपदा के समय बढ़ जाता है। लेकिन ऐसे समय पर भी जिम्मेदारियों से पल्ला झाड़ते हैं। इधर, कुछ ऐसी ही शिकायतें कंपनियों के प्रतिनिधियों की आई हैं। जो कम नुकसान वाले गांव में सर्वे कर सिर्फ खानापूरी कर रही हैं। जबकि ज्यादा क्षति वाले गांवों में प्रतिनिधि नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में जिला कृषि अधिकारी ने कंपनियों को अधिक नुकसान वाले गांव का सर्वे कर रिपोर्ट मांगी है।

इन नंबरों पर 72 घंटे के अंदर करें शिकायत
1800 889 6868
1800 200 5142

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