रुद्रपुर: किच्छा में दबदबा व वर्चस्व बनाए रखना चाहते हैं गगनदीप व सिमरनजीत

रुद्रपुर: किच्छा में दबदबा व वर्चस्व बनाए रखना चाहते हैं गगनदीप व सिमरनजीत

मनोज आर्या, रुद्रपुर। किच्छा क्षेत्र में अपना दबदबा और वर्चस्व बरकरार रखने को लेकर बदमाश गगनदीप सिंह और सिमरनजीत सिंह में कई बार आमने-सामने मुकाबला हो चुका है। जिसके बाद दोनों ही बदमाश अपना-अपना गैंग बनाकर शहर पर दबदबा कायम रखने की कोशिश करने लगे। इसी कारण सिमरनजीत को रास्ते से हटाकर गगनदीप इलाके में अपना वर्चस्व बनाना चाहता था। जिसके चलते हल्द्वानी जेल में बंद रहने के दौरान उसकी मुलाकात पकड़े गए चार शूटरों से हुई जो आगे चलकर दोस्ती में बदल गई।

बताया जा रहा है कि किच्छा के रतनपुरा निवासी गगनदीप व पुलभट्टा-बहेड़ी सीमा पर रहने वाला सिमरनजीत पिछले लंबे अर्से से शहर में कई कारोबार करना चाहते थे। मगर दोनों की दुश्मनी ने उनको इलाके में वर्चस्व नहीं बनाने दिया। जिसके बाद तीन साल पहले गगनदीप फायरिंग के मामले में हल्द्वानी जेल में बंद था। जहां उसकी मुलाकात पेशेवर अपराधियों राहुल श्रीवास्तव, विपिन ठाकुर, तौसिफ व काशिफ से हुई। मुलाकात दोस्ती में बदल गई और जेल से छूटने के बाद गगनदीप ने सिमरनजीत की हत्या की साजिश रच डाली।

बताया जा रहा है कि सात दिन पहले गगनदीप ने शूटरों को इलाके में बुलाया और हथियार-कारतूस मुहैया कराने के साथ-साथ उनको किराए के एक मकान में ठहरा दिया। साथ ही महज एक लाख रुपये में हत्या की सुपारी दे डाली। इसके बाद शुरू हुई खूनी खेल की साजिश। जिसके बाद शूटरों ने दरऊ रोड स्थित एक होटल की रेकी की और बुधवार की शाम चार बजे सिमरनजीत की हत्या की तिथि फिक्स कर दी। इसके लिए गगनदीप ने एक लाख रुपये नगद भी दे डाले थे। बताया जा रहा है कि दोपहर दो बजे से ही सभी शूटर होटल के आसपास निगरानी करने के साथ ही सिमरनजीत के आने का इंतजार कर रहे थे कि पुलिस-एसटीएफ ने घेराबंदी कर सभी को दबोच लिया। मगर साजिशकर्ता गगनदीप सिंह फरार हो गया।

जरायम की दुनिया के सक्रिय शूटर हैं आरोपी
रुद्रपुर। यूपी-उत्तराखंड सीमा के नजदीक रहने वाले हिस्ट्रीशीटर सिमरजीत सिंह की हत्या करने आए सभी शूटर जरायम की दुनिया के शातिर खिलाड़ी हैं। किच्छा और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने सभी शूटरों को गिरफ्तार किया था उस समय पुलिस ने सोचा नहीं था कि सभी के ऊपर कई आपराधिक मामले दर्ज होंगे।

पुलिस ने बताया कि राहुल श्रीवास्तव पर वर्ष 2011 से लेकर वर्ष 2023 तक हत्या के प्रयास सहित आठ मुकदमे, विपिन ठाकुर पर वर्ष 2019 से लेकर 2023 तक सात मुकदमे दर्ज हैं। वहीं इन सभी शूटरों के सरगना गगनदीप पर भी दस से अधिक आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। पकड़े गये आरोपी विपिन ठाकुर पर पुलिस जिला बदर की कार्रवाई भी कर चुकी है। इसके अलावा सिमरनजीत पर भी यूपी एवं उत्तराखंड में 25 से अधिक संगीन मुकदमे दर्ज हैं और वह भी बीस हजार का ईनामी बदमाश और जिला बदर रह चुका है।

सबसे कम उम्र का शूटर है काशिफ
रुद्रपुर। सिमरजीत सिंह की हत्या करने आए शूटरों में से सबसे कम उम्र का शूटर काशिफ है। बड़ी मजिस्द वार्ड दस किच्छा का रहने वाले काशिफ के बारे में अभी तक पुलिस को कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला है। बावजूद 19 साल के काशिफ का आपराधिक इतिहास खंगाला जा रहा है। पुलिस का मानना है कि यदि काशिफ का कोई आपराधिक इतिहास नहीं मिला तो यह माना जा सकता है कि काशिफ को गगनदीन ने हाल ही में अपने गैंग में शामिल किया होगा।

बुधवार को दरऊ के एक होटल में आना वाला था सिमरन को
रुद्रपुर। किच्छा और एसटीएफ की पूछताछ में पकड़े गए शूटरों ने बताया था कि पिछले सात दिनों से रेकी करने के बाद बुधवार को यह फाइनल हो चुका था कि सिमरन दरऊ मार्ग स्थित एक होटल में शाम चार बजे के करीब जरूर आएगा। कारण सिमरन अक्सर इसी होटल में अपनी गैंग के साथ बैठता है। मगर शूटरों को पक्की खबर थी कि बुधवार को सिमरन अकेला आएगा और उसके बाद उसके साथी भी आ सकते हैं। शूटरों का सरगना सिमरन के घर के सामने खड़े होकर उसके निकलने का इंतजार कर रहा था। चूंकि सिमरन को अकेले में ही मारने की साजिश रची गई थी।